बुलंदशहर:उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक दलित समुदाय के दूल्हे की घुड़चढ़ी का कार्यक्रम पीएसी और पुलिस फोर्स के बीच संपन्न कराया गया। दूल्हा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का जवान है, जिसकी तैनाती जम्मू-कश्मीर में है। दरअसल, दूल्हे ने घुड़चढ़ी के लिए पुलिस अधिकारियों से मदद मांगी थी। एएसआई विनय कुमार सिंह ने बताया, “पुलिस से घुड़चढ़ी के लिए अनुमति मांगी थी। हमने एहतियात के तौर पर फोर्स लगाई है। घुड़चढ़ी का कार्यक्रम शांति पूर्ण तरह से संपन्न हुआ।”
दरअसल, यह मामला बुलंदशहर के ककोड़ थाना अंतर्गत क्षेत्रके गढाना गांव का है। दूल्हा चाहता था कि घुड़चढ़ी के दौरान किसी भी तरह का विवाद न हो जाए इसके लिए उसने पुलिस से सुरक्षा मांगी थी। दूल्हे की प्रार्थना पर, उसके गांव गढाना में भारी संख्या में पुलिस बस मुस्तैद किया गया जिससे उसकी शादी में किसी तरह की अड़चन न पेश आए।
गौरतलब है कि दूल्हे के गांव में करीब 8 माह पहले भी दलित युवक की शादी में घुड़चढ़ी के दौरान विवाद हुआ था। यहां तेज आवाज में डीजे बजाने को लेकर दलित और ठाकुर समाज में विवाद हुआ था, जिसके बाद दलित समाज की ओर से ठाकुर समाज के एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
उस मामले के बाद पुलिस ने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई भी की थी। इसके बाद अब दलित समाज से ताल्लुक रखने वाले सीआरपीएफ के जवान गौरव को भी अनहोनी का डर सता रहा था। मामले को लेकर पुलिस से मदद मांगे जाने के बाद पुलिस ने गांव में फोर्स की तैनाती की और पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच सीआरपीएफ के जवान की घुड़चढ़ी की रस्म पूरी हुई।