नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल की तीन दिनों की अमेरिका की यात्रा भारतीय मीडिया में चर्चा का विषय रही। सोशल मीडिया पर ये दावा किया गया कि नरेंद्र मोदी की इस यात्रा की अमेरिकी मीडिया में भी खूब चर्चा हुई और कवरेज मिली।
खासकर न्यूयॉर्क टाइम्स को लेकर ये दावा किया गया कि अखबार ने पहले पन्ने पर पीएम मोदी की तस्वीर छापी और उन्हें 'धरती पर आखिरी उम्मीद' बताया। ये भी कहा गया कि अमेरिकी अखबार ने पीएम मोदी को दुनिया के सबसे पसंदीदा और शक्तिशाली नेता बताया।
हालांकि, न्यूयॉर्क टाइम्स ने वायरल हो रही इन तस्वीर पर अपनी बात रखी है। अखबार ने इस तस्वीर को पूरी तरह फर्जी बताया है। यही नहीं अखबार ने उन खबरों का लिंक भी दिया है जिसमें पीएम मोदी से जुड़ी खबरें कवर की गई है। इसमें पीएम मोदी के अमेरिका दौरे का कोई जिक्र नजर नहीं आ रहा है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की ओर से ये ट्वीट 28 सितंबर को किया गया और इसमें पीएम मोदी से जुड़ी आखिरी खबर 24 सितंबर की है।
इससे पहले फरवरी में भी न्यूयॉर्क टाइम्स को लेकर ऐसा ही एक दावा किया गया था जिसमें एक लेख में पीएम मोदी की तारीफ की बात कही गई थी। बाद में ये भी फर्जी पाया गया।
बता दें कि पीएम मोदी पिछले हफ्ते तीन दिनों के अमेरिकी दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने न केवल अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात की बल्कि क्वा़ड शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लिया। इसके अलावा वे अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस से मिले। साथ ही उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा को भी संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने अमेरिका की पांच बड़ी कंपनियों के सीईओ के साथ भी बैठक की। उन्होंने अपनी यात्रा के पहले दिन उन्होंने क्वालकॉम, एडोब, फर्स्ट सोलर, जनरल एटॉमिक्स और ब्लैकस्टोन के सीईओ से मुलाकात की। इसमें एडोब के सीईओ शांतनु नारायण और जनरल एटॉमिक्स के सीईओ विवेक लाल भारतीय मूल के अमेरिकी हैं।