Lok Sabha Elections: दो दिन में भाजपा को 2 झटके, चुरू और हिसार से एमपी ने दिया इस्तीफा, कांग्रेस में शामिल, आखिर क्या है कारण
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 11, 2024 03:34 PM2024-03-11T15:34:30+5:302024-03-11T15:36:01+5:30
Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी मौजूद थे।
Lok Sabha Elections 2024: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को दो दिन में दो बड़े झटके लगे हैं। भाजपा के दो सांसद ने इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया। सबसे पहले हिसार से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजेंद्र सिंह ने लोकसभा चुनाव से पहले रविवार को ‘अपरिहार्य राजनीतिक कारणों’ से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस में शामिल हो गए। दूसरे दिन राजस्थान के चुरू क्षेत्र से लोकसभा सदस्य राहुल कस्वां सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। खरगे ने पार्टी में उनका स्वागत किया। इस मौके पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी मौजूद थे।
भाजपा द्वारा लोकसभा टिकट काटे जाने के बाद कस्वां ने यह कदम उठाया है। कांग्रेस में कस्वां का स्वागत करते हुए खरगे ने कहा, ‘‘पार्टी में शामिल होने पर मैं राहुल कस्वां जी का हार्दिक अभिनंदन करता हूं। मुझे खुशी है कि सामंतवादी लोगों के खिलाफ लड़ने वाले राहुल कस्वां जी कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘अगर ऐसी विचारधारा के लोग कांग्रेस पार्टी से जुड़ते गए तो भाजपा कहीं की नहीं रहेगी। भाजपा डराने-धमकाने जैसा काम हमेशा से करती आई है लेकिन हमें राहुल कस्वां जी जैसे लोगों की जरूरत है।’’
खड़गे के अनुसार, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी तथा राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं अशोक गहलोत, सचिन पायलट तथा कुछ अन्य लोगों से बातचीत एवं सहमति बनाने के बाद कस्वां को पार्टी में शामिल करने का फैसला हुआ। कस्वां ने कहा, ‘‘अपने लोकसभा क्षेत्र चुरू की जनभावनाओं के अनुरूप आज मैं कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ हूं। इस मौके पर मैं खरगे जी, सोनिया गांधी जी और राहुल गांधी जी का धन्यवाद करता हूं। भाजपा सरकार में लगातार किसानों की आवाज को अनसुना किया जा रहा है। कई और ऐसे मुद्दे हैं, जिन्हें देखते हुए आज कांग्रेस परिवार से जुड़ा हूं।
कांग्रेस पार्टी में रहकर मैं जनता के हित में काम करता रहूंगा।’’ कांग्रेस में शामिल होने से पहले कस्वां ने भारतीय जनता पार्टी और संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट किया, "राम-राम मेरे चूरू लोकसभा परिवार.....मेरे परिवारजनों! आप सब की भावनाओं के अनुरूप, मैं सार्वजनिक जीवन का एक बड़ा फैसला लेने जा रहा हूं।
राजनीतिक कारणों के चलते आज इसी समय, मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता एवं संसद सदस्य पद से इस्तीफा दे रहा हूं।" कस्वां ने कहा, "समस्त भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी एवं अमित शाह जी का आभार प्रकट करता हूं, जिन्होंने मुझे 10 वर्षों तक चूरू लोकसभा परिवार की सेवा करने का अवसर दिया।
विशेष आभार मेरे चूरू लोकसभा परिवार का, जिन्होंने मुझे सदैव बहुमूल्य साथ, सहयोग और आशीर्वाद दिया।" भाजपा ने चुरू सीट से नये चेहरे देवेंद्र झाझड़िया को टिकट दिया है। झाझड़िया पैरालंपिक में दो बार स्वर्ण तथा एक बार रजत पदक जीत चुके हैं। टिकट कटने के बाद कस्वां ने ‘एक्स’ पर लिखा था, ‘‘आखिर मेरा गुनाह क्या था…? क्या मैं ईमानदार नहीं था? क्या मैं मेहनती नहीं था? क्या मैं निष्ठावान नहीं था?
क्या मैं दागदार था? क्या मैंने चूरू लोकसभा में काम करवाने में कोई कमी छोड़ दी थी?’’ उल्लेखनीय है कि भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर गत दो मार्च को राजस्थान की 25 में से 15 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी, जिनमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और चार केंद्रीय मंत्रियों के नाम शामिल हैं।
पार्टी ने जिन मौजूदा सांसदों के टिकट काटे हैं उनमें राहुल कस्वां (चूरू), रंजीता कोली (भरतपुर), देवजी पटेल (जालौर), अर्जुन लाल मीणा (उदयपुर) और कनकमल कटारा (बांसवाड़ा) शामिल हैं। हालांकि, पार्टी ने राज्य में अभी 10 लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। बृजेंद्र सिंह, भाजपा नेता बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने इस्तीफे की घोषणा की और इसके बाद वह नयी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर पहुंचे और पार्टी में शामिल हुए।
बृजेंद्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय माकन, मुकुल वासनिक और दीपक बाबरिया भी खरगे के आवास पर मौजूद थे। बृजेंद्र सिंह ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मैंने अपरिहार्य राजनीतिक कारणों से भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। प्रशासनिक अधिकारी से नेता बने बृजेंद्र सिंह ने 2019 के लोकसभा चुनाव में हिसार सीट पर जीत हासिल की थी।
जजपा के दुष्यंत चौटाला और उस समय कांग्रेस में रहे भव्य बिश्नोई को इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा था। बृजेंद्र सिंह, जाट नेता सर छोटू राम के प्रपौत्र हैं। पिछले साल अक्टूबर में बीरेंद्र सिंह ने भाजपा को एक तरह से चेतावनी भरे अंदाज में कहा था कि अगर पार्टी ने जजपा के साथ अपना गठबंधन जारी रखा तो वह पद छोड़ देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि जजपा हरियाणा में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार में लिप्त है। वर्ष 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में बहुमत से पीछे रहने के बाद जजपा ने भाजपा को समर्थन दिया था।