'मिशन दिव्यास्त्र के लिए हमारे डीआरडीओ वैज्ञानिकों पर गर्व है': अग्नि -5 मिसाइल की पहली उड़ान परीक्षण को लेकर पीएम मोदी ने दी प्रतिक्रिया
By रुस्तम राणा | Published: March 11, 2024 05:50 PM2024-03-11T17:50:27+5:302024-03-11T18:02:44+5:30
डीआरडीओ की बड़ी उपलब्धि पर पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, "मिशन दिव्यास्त्र के लिए हमारे डीआरडीओ वैज्ञानिकों पर गर्व है, मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) तकनीक के साथ स्वदेशी रूप से विकसित अग्नि -5 मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण।"
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) तकनीक के साथ स्वदेशी रूप से विकसित अग्नि -5 मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण को लेकर अपनी प्रतिक्रिया एक्स पोस्ट के माध्यम से दी। उन्होंने मिशन दिव्यास्त्र को लेकर डीआरडीओ के वैज्ञानिकों की सराहनी की।
डीआरडीओ की इस बड़ी उपलब्धि पर पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, "मिशन दिव्यास्त्र के लिए हमारे डीआरडीओ वैज्ञानिकों पर गर्व है, मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) तकनीक के साथ स्वदेशी रूप से विकसित अग्नि -5 मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण।"
बता दें कि जो बात इस परीक्षण उड़ान को अलग करती है, वह है इसमें मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) तकनीक का समावेश, जो वारहेड को कई री-एंट्री वाहनों में विभाजित करने की अनुमति देता है, जिससे सटीक और लक्षित हमलों की सुविधा मिलती है।
Proud of our DRDO scientists for Mission Divyastra, the first flight test of indigenously developed Agni-5 missile with Multiple Independently Targetable Re-entry Vehicle (MIRV) technology.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 11, 2024