''मम्मी मैं आपसे बहुत प्यार करता हूं । इस हमले में मेरी मौत हो सकती है...लेकिन इसका मुझे कोई डर नहीं है ।'' ये लाइन डीडी न्यूज के उस सहायक कैमरामैन मोर मुकुट शर्मा(35) ने लिखी है, जो छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में मंगलवार को नक्सली हमले के वक्त वहां मौजूद था। मोर मुकुट शर्मा ने यह मार्मिक संदेश गड्ढे में लेट कर रिकार्ड किया है। उनका चेहरा टीवी कैमरे के लेंस से कुछ इंच की दूरी पर था। नक्सलियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ के दौरान वहां और उनके आसपास जो कुछ भी हो रहा था, वह कैमरे में रिकॉर्ड हो रहा था।
मम्मी मैं आपको बहुत प्यार करता हूं
मोर मुकुट शर्मा का मौत को सामने देखकर माँ के लिए रिकॉर्ड किया गया संदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को डीडी न्यूज ने अपने अधिकारिक ट्विटर पेज पर शेयर किया है। लेट कर शर्मा ने अपनी मां के लिए अंतिम संदेश में कहा, ''यहां नक्सली हमला हो गया है। हम दंतेवाड़ा में हैं, आए थे इलेक्शन कवरेज पर। एक रास्ते से जा रहे थे, आर्मी भी हमारे साथ थी और नक्सलियों ने अचानक घेर लिया है, नक्सलियों ने, हमला कर रहे हैं, ‘मम्मी अगर मैं जीवित बचा तो गनीमत है । मम्मी मैं आपको बहुत प्यार करता हूं । हो सकता है इस हमले में मैं मारा जाऊं । परिस्थिति ठीक नहीं है । पता नहीं क्यों, मौत को सामने देखते हुए डर नहीं लग रहा है। छह-सात जवान है साथ में चारों तरफ से घेर लिए गए हैं'' इस वीडियो को सुनते हुए हर सेकेंड गोलियों की तड़तड़ाहट की आवाज आ रही है।
मौत को सामने से देख कर भी नहीं बंद किया डीडी न्यूज के कैमरापर्सन ने कैमरा
लगभग डेढ़ मिनट के इस वीडियो में भी डीडी न्यूज के कैमरापर्सन मोर मुकुट शर्मा ने नक्सलियों के रूप में मौत को सामने से देखते हुए भी कैमरा बंद नहीं किया। वीडियो में साफ दिख रहा है कि चारों तरफ से गोलियां बरस रही हैं।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में मंगलवार को नक्सलियों द्वारा घात लगाकर किये गए हमले में डीडी न्यूज के सहायक कैमरामैन मोर मुकुट शर्मा और पत्रकार धीरज कुमार बच गए, लेकिन उनके साथी कैमरामैन अच्युतानंदन साहू की मौत हो गयी डीडी न्यूज के कर्मी प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों की कवरेज के लिए नयी दिल्ली से राज्य के दौरे पर गए थे । उन लोगों को राज्य की राजधानी रायपुर से 450 किलोमीटर दूर नीलावया गांव में जाना था। पुलिस के अनुसार मीडिया टीम नीलावया गांव के लोगों से बातचीत करना चाहती थी जिन्होंने पिछले 20 साल में कभी वोट नहीं किया । इस वीडियो में कुमार को कहते हुए सुना गया कि साहू सुबह लगभग दस बजे विजुअल्स रिकार्ड कर रहा था, अचानक वह जमीन पर गिर पड़ा और खून बहने लगा ।कुमार ने कहा कि उन्हें महसूस हुआ कि सड़क के बायीं तरफ जंगल में से जबरदस्त गोलीबारी शुरू हो गयी है । कुमार ने सड़क पर गोता लगाया और लुढ़क कर सड़क के किनारे बने गड्ढे में चले गए । शर्मा भी उनकी तरफ रेंगने लगे। इस हमले में साहू की मौत हो गयी । इसमें दो पुलिसकर्मी भी शहीद हो गए जिनमें उप निरीक्षक रूद्र प्रताप सिंह और सहायक कांस्टेबल मंगलू शामिल हैं। दो अन्य सुरक्षाकर्मी घायल हो गए जिनमें एक ने बुधवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)