देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का आज (2 अक्टूबर) को 150वीं जयंती है। आज पूरा देश उनकी 150वीं जयंती मना रहा है। ऐसे में सोशल मीडिया कैसे पीछे रह जाता है। ट्विटर पर महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को लेकर #GandhiJayanti, #GandhiAt150, #MahatmaGandhi #Bapu जैसे कई हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है। लेकिन इसी बीच नंबर पर '#गोडसे_अमर_रहें' ट्रेंड कर रहा है। इस हैशटैग के साथ ट्विटर पर लोगों की दो तरह की प्रतिक्रिया है। एक तबका नाथूराम गोडसे के पक्ष में है तो दूसरा उसके खिलाफ।
30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली के बिड़ला भवन में गांधी जी की नाथूराम गोडसे ने गोली मारी थी। नाथूराम गोडसे कट्टर हिन्दू समर्थक थे। नाथूराम गोडसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पुणे से पूर्व सदस्य थे। गोडसे का मानना था कि भारत विभाजन के समय गांधी जी ने भारत और पाकिस्तान के मुसलमानों के पक्ष का समर्थन किया था।
'#गोडसे_अमर_रहें' हैशटैग के साथ लोग कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रतिक्रिया आने के बाद ज्यादा ट्वीट कर रहे हैं। कांग्रेस ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ''गांधी जी की 150 वीं जयंती पर हमें अपने आप से एक कठिन लेकिन महत्वपूर्ण प्रश्न पूछना चाहिए, क्या हमारा सरकार अभी भी गांधी के भारत का प्रतिनिधित्व करती है या यह अब गोडसे के समान है? क्या आपको नहीं लगता है गृह मंत्री अमित शाह का ये भाषण इसे स्पष्ट करता है।''
देखिए लोग कैसी-कैसी प्रतिक्रिया दे रहे हैं...
एक यूजर ने लिखा जो लोग भी #गोडसे_अमर_रहें के समर्थन में ट्वीट कर रहे हैं वो लोग आतंकवादी हैं।
एक यूजर ने लिखा, ''देश का बँटवारा होने के बाद गाँधी को कोई नहीं पूछता था। वह इस तरह की उल जलूल बयान बाज़ी करके अपनी ओर जनता का ध्यान खींचना चाहते थे। नेहरू ने भी उनसे अपना दरकिनार कर लिया था। गांधी जी को मार कर गोडसे ने उनको अमर कर दिया।''
वहीं एक यूजर का कहना है कि, लाल बहादुर शास्त्री जी के हत्या करने वाली इंदिरा अगर अमर है तो फिर गोडसे क्यों नहीं?
एक यूजर ने लिखा, मैं नहीं चाहती की नाथूराम गोडसे अमर रहे।