नई दिल्लीः पीएम मोदी के भिक्षा मांगने, चाय बेचने और पढ़ाई को लेकर अभिनेता कमाल आर खान ने उनपर तंज कसते हुए उन्हें आठवां अजूबा बताया है। दुबई में रह रहे कमाल खान अक्सर ट्विटर पर राजनीतिक पोस्ट साझा करते रहते हैं। कई बार ऐसा कर वह ट्रोल भी होते हैं। फिर भी वह खुद को अपनी बातों को इजहार करने से रोक नहीं पाते।
कमाल खान जो केआरके के नाम से मशहूर हैं, ने पीएम मोदी को लेकर एक ट्वीट किया है जिसमें वह उनके पुराने बयानों का जिक्र करते हुए तंज कसा है। केआरके ने लिखा है कि मोदी के वे आठवां अजूबा मानते हैं। इसलिए कि उनका न तो कोई सहपाठी मिलता है, न ही कोई चाय खरीदनेवाला और न ही कोई आजतक उनको भिक्षा देनेवाला पाया गया।
केआरके ने ट्वीट में लिखा- मोदीजी एक ऐसे स्कूल में पढ़े जिसमें कोई दूसरा नहीं पढ़ा! इसलिए उनका कोई सहपाठी नहीं मिलता! मोदीजी की एक ऐसी चाय की दुकान थी, जिससे चाय खरीदने वाला कहीं नहीं पाया जाता! मोदीजी एक ऐसे भिक्षुक थे, जिनको भिक्षा देने वाला कोई कहीं नहीं मिलता! इसीलिए कहता हूँ कि वो आठवाँ अजूबा है!
केआरके के इस ट्वीट पर यूजर्स जवाब देने के लिए टूट पड़े हैं। उनको ट्रोल कर रहे हैं। एक ने लिखा- अबे बेवकूफ,अपना शक्ल आईने में देखो......सबसे बड़ा अजूबा तो तुम हो, krk लिख लेने से स्टार नहीं होता,दुसरो का इज्जत करने से ही इज्जत मिलती है,अमेरिका जैसा शक्तिशाली राष्ट्र भी जिसके सामने नतमस्तक हो जाता .......उसका उपहास उड़ाते हो......भिखारी...?
एक अन्य ने लिखा- मैं आपकी बौखलाहट कुंठा और पीड़ा को भलीभांति समझ सकता हूं आप सोच रहे थे कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी का सूपड़ा साफ हो जाएगा लेकिन विपक्ष का सूपड़ा साफ हो गया इसलिए आप बीजेपी के 5 राज्यों में जीत को पचा नहीं पा रहे हैं।
एक ने केआरके की फिल्म देशद्रोही का जिक्र करते हुए लिखा- तुमने ऐसी मास्टर पीस (देशद्रोही) बना दी है जिसे दुबारा बना पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकीन है। आश्चर्य है तुमको ऑस्कर क्यों नहीं मिला? कम से कम नेशनल अवॉ तो मिलना था! ऐसे कई टिप्पणियां केआरके के पोस्ट पर की गई हैं।
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने 35 साल तक भिक्षा मांगकर खाया। उन्होंने कहा था- 'कोई भरोसा नहीं करेगा, लेकिन मैं 35 साल तक भिक्षा मांग कर खाया हूं। बेशक ये बात किसी के गले नहीं उतरेगी। मेरा जीवन ऐसे ही गुजरा है। कभी पार्टी के काम से देर से आया तो खिचड़ी बना कर खा लेता था।' वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी अक्सर कहते थे कि बचपन में वह पिता के साथ वडनगर रेलवे स्टेशन पर चाय बेचते थे।