ठळक मुद्देकिम जोंग रूस अपनी हथियारबंद ट्रेन से पहुंचे थे।व्लादिमिर पुतिन से मिलने रूस पहुंचे किम जोंग की ट्रेन के साथ हुआ कुछ ऐसा कि मजे ले रहे लोग। अमेरिका से बात नहीं बनी तो पुतिन से मिलने पहुंचे किम जोंग, हो सकता है उत्तर कोरिया को फायदा।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के सहयोगी गुरूवार (25 अप्रैल) को रूस के प्लेटफार्म पर पहुंचे तो परेशान हो गये। उनकी ट्रेन के दरवाजे रेड कार्पेट पर नहीं खुले। किम जोंग के सहयोगियों ने रैंप लगाने के लिए दांए देखा फिर बांये, जब डिब्बे का दरवाजा रेड कार्पेट के सामने नहीं खुला तो ट्रेन को पीछे ले जाया गया और कार्पेट को दरवाजे के सामने लाया गया। इसके बाद दरवाजा खुला और काले ओवरकोट पर फेडोरा टोपी पहने किंम जोंग ने बाहर कदम रखा।किम जोंग की हथियारबंद ट्रेन की गलत पार्किंग रशिया के व्लादिवोस्तोक में नाटकीय आगमन की उनकी एक झलक थी लेकिन यह ट्वीटर यूजर्स के लिए मजे लेने के लिए पर्याप्त चारा था। कई लोगों ने किम जोंग की तानाशाही पर बहुत गहरे कटाक्ष भी किये है।किम जोंग गुरुवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मिलेने आये थे। दोनों नेताओं ने व्लादिवोस्तोक के एक द्वीप पर बात की। पुतिन के साथ किम जोंग की यह मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुए मीटिंग के करीब दो महीने बाद थी। बता दें कि अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच दशको पुराने परमाणु विवाद के कारण नहीं बन रही है। हालांकि, ट्रंप और किम जोंग आपसी तनाव किनारे रखे मुलाकात कर चुके हैं लेकिन नतीजा नहीं निकला।
माना जा रहा है कि अब उत्तरी कोरिया अमेरिका को साधने के लिए विश्व के दूसरे सबसे ताकतवर देश रूस को अपने पाले में लाने की कोशिश में जुटा है। कहा जा रहा है कि पुतिन से किम जोंग की मुलाकात उत्तरी कोरिया की अर्थव्यवस्था को लाभ पहुंचाएगी। वहीं, ऐसा भी माना जा रहा है कि रूस के लिए यह सम्मेलन विश्व स्तर पर उसकी कूटनीतिक क्षमता दिखाने के लिए बढ़िया मौका है।