फोनी च्रकवात के तबाही के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। भारी बारिश और 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली प्रचंड हवाओं के साथ चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ ने शुक्रवार (3 मई) सुबह ओडिशा तट पर दस्तक दी। इससे कम से कम आठ लोग मारे गये हैं। ओडिशा के साथ-साथ फोनी तूफान पश्चिम बंगाल में दस्तक देने वाला है। जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पश्चिम बंगाल के राज्यपाल से बात की है। देश के लगभग तटीय राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया गया है और मछुआरों को समुद्र में नहीं उतरने को कहा गया है।
तूफान के पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ने के मद्देनजर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले 48 घंटे के लिये पूर्वनियोजित अपनी सभी चुनावी रैलियों को रद्द कर दिया है और स्थति पर नजर रख रही हैं। ओडिशा में तूफान के कारण कई पेड़ उखड़ गये और झोपड़ियां उजड़ गयीं। साथ ही कई शहर और गांव जलमग्न हो गये। भारी बारिश के कारण प्रभावित इलाकों में स्थित घर डूब गये। जिसको लेकर कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी देखने को मिल रहे हैं।
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राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), नौसेना, तटरक्षक बल, सेना और वायु सेना के बचाव कर्मियों को तैनात किया गया है और केंद्र सरकार स्थिति पर करीबी नजर रख रही है गृह मंत्रालय नियंत्रण कक्ष में हेल्पलाइन नंबर 1938 शुरू किया गया है। एनडीआरएफ ने 60 टीमों को तैनात किया है जबकि 25 टीमों को तैयार रखा है। हर टीम में 45 सदस्य होते हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुरी जिले में एक किशोर सहित तीन लोगों,भुवनेश्वर और आसपास के इलाकों में तीन लोगों के मारे जाने की खबर है। एक कंक्रीट के मलबे की चपेट में आने से नयागढ़ में एक महिला की मौत हो गई जबकि केंद्रपाड़ा जिले में एक राहत शिविर में एक बुजुर्ग महिला की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
रेलवे चक्रवात प्रभावित ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के लिए राहत सहायता सामग्री मुफ्त में पहुंचाएगा। रेलवे ने इस सिलसिले में कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं और सभी डिविजनल रेलवे मैनजरों को पत्र लिख कर कहा है कि सभी सरकारी संगठन प्रभावित राज्यों के लिए राहत सामग्री मुफ्त में बुक कर सकते हैं।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने स्थिति की समीक्षा की है। उन्होंने कहा कि पुरी जिला को भारी नुकसान पहुंचा है, जहां चक्रवात ने सबसे पहले दस्तक दी। उन्होंने कहा, ‘‘बिजली आपूर्ति का बुनियादी ढांचा पूरी तरह से नष्ट हो गया। बिजली आपूर्ति बहाल करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। ’’ बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए सैकड़ों इंजीनियर और तकनीशियन युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं। पटनायक ने कहा कि सड़क संपर्क बहाल करने के लिए कार्य जारी है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि चक्रवात अब भी ओडिशा से गुजर रहा है। नुकसान के आकलन करने में वक्त लगेगा।
नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने शुक्रवार को कई ट्वीट कर बताया कि सभी एयरलाइनों को चक्रवात फोनी से प्रभावित यात्रियों की चिंताओं पर निश्चित रूप से तत्काल जवाब देना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हम सभी चक्रवात फोनी के चलते फंसे हुए जरूरतमंद लोगों को मदद उपलब्ध कराने के लिये तैयार हैं। प्रभावित यात्रियों की सहायता के लिये नियंत्रण कक्ष, हेल्पलाइनें हर समय चालू हैं। सभी एयरलाइनों को निश्चित रूप से यात्रियों की चिंताओं पर तत्काल जवाब देना चाहिए।’’ प्रभु ने यह भी कहा कि राहत एवं बचाव अभियान में प्रभावित राज्यों की मदद के लिये उनका मंत्रालय उन राज्यों की सरकारों से संपर्क में रहेगा।
(पीटीआई/भाषा समाचार एजेंसी इनपुट के साथ)