नई दिल्ली:कोरोना वायरस से देश भर में फैल रहे संक्रमण को लेकर कवि कुमार विश्वास ने भारतीय सिंगर व कोरोना वायर से पीड़ित कनिका कपूर पर नाम लिए बिना निशाना साधा है।
कुमार विश्वास ने अपने ट्वीट में साफ-साफ शब्दों मे कहा है - "पहले भी कई बार दुहराया है, फिर कह रहा हूं! दुनिया की हर बड़ी समस्या, ग्रामीण अनपढ़ों और पिछड़ों के कारण से नहीं बल्कि इन तथाकथित अगड़ो और विद्याविशारदों के कौतुकों की वजह से पैदा हुई है! लखनऊ से आईं आज की ख़बरों ने मेरे इस अनुभव को और पुष्ट किया है।"
साफ है कि लखनऊ की सिंगर कनिका कपूर द्वारा कोरोना से पीड़ित होने के बाद भी पार्टी में शामिल होने की खबर पर विश्वास ने ये ट्वीट किया है। बता दें कि कनिका कपूर को काफी दिन से फ्लू जैसे लक्षण थे और इस बीच उन्होंने एक फाइव स्टार होटल में पार्टी अटैंड की थी, जिसमें राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, उनके बेटे और BJP सांसद दुष्यंत सिंह भी शामिल हुए थे।
जब कुमार विश्वास ने एक नागिरक की जिम्मेदारी बताई-इससे पहले भी कुमार विश्वास सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार कोरोना को लेकर अपनी राय रखते रहे हैं। उन्होंन इससे पहले ट्वीट कर कहा था कि 'अपने लिए,अपनों के लिए, अपनी-अपनी सरकारों की आस/तारीफ़ करना छोड़िए। एक नागरिक की ज़िम्मेदारी संभालिए भगवान-अल्लाह-वाहे गुरू के नाम पर। ये सरकारें, ये बड़े लोग बहुत सीमित साधनों-समझ-ज़िम्मेदारी वाले हैं। इन्हें हमारे जीने-मरने से न फ़र्क़ पड़ा है न पड़ेगा।
नरेंद्र मोदी के जनता कर्फ्यू की बात को भूल भोपाल BJP दफ्तर में जमा भीड़ पर ये कहा-कमलनाथ के इस्तीफे के बाद मध्य प्रदेश बीजेपी कार्यालय में सैकड़ों की तदाद में कार्यकर्ताओं व उत्सवी माहौल को देखकर कुमार विश्वास गुस्सा हो गए।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि क्या आप लोगों से दूरी बना कर रहने की बात को नहीं समझते हैं? क्या आप जनता कर्फ्यू का मतलब नहीं समझते हैं? या फिर आप नरेंद्र मोदी जी को सिरियसली नहीं लेते हैं।
उन्होंने इसके साथ ही कहा कि कृप्या कोरोना वायरस के संक्रमण को हल्के में ना लें। यह आपकी पार्टी व सरकार से बड़ी अहम चीज है। आप इसे समझने की कोशिश करें। कृप्या आपलोग इसे बंद कर दें।
बता दें कि मध्य प्रदेश में फ्लोर टेस्ट से पहले ही कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया है। कमलनाथ के इस्तीफा देने के बाद भोपाल स्थित बीजेपी दफ्तर में कार्यकर्ताओं की भारी-भीड़ जमा हो गई थी। ]
सैकड़ों की तादाद में जमा होकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कमलनाथ सरकार के गिरने पर खुशी मनाई। इस दौरान कार्यकर्ताओं के बीच मिठाई भी बांटी गई। एक तरफ जहां देश और दुनिया कोरोना वायरस के दंश को झेल रहा है। एक जगह पर ज्यादा लोगों को जमा होने से प्रशासन द्वारा मना किया जा रहा है। वहीं सैकड़ों लोगों का एक साथ आना सोशल मीडिया पर लापरवाही की तरह देखा जा रहा है।
खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को लोगों से 22 मार्च को एक दिन जनता कर्फ्यू के रूप में मनाते हुए घर से नहीं निकलने के लिए कहा है। ऐसे समय में भाजपा कार्यालय में काफी संख्या में लोगों का जुटना और बिना किसी सावधानी के गले मिलना मिठाई आपस में बांटना निश्चित रूप से एक तरह की लापरवाही है। सोशल मीडिया पर लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं।