भारत सरकार द्वारा संशोधित नागरिकता कानून लागू किए जाने को लेकर देशभर से प्रदर्शनों की खबरें आ रही हैं। गुरुवार (19 जनवरी) को बेंगलूरु में मशहूर इतिहासकार रामचंद्र गुहा कन्नड़ में लिखी तख्ती लेकर प्रदर्शन करने खड़े हुए थे लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। हिरासत में जाने से पहले रामचंद्र गुहा ने द क्विंट की एक महिला पत्रकार से बात करते हुए आपा खो गए और केंद्रीय नेतृत्व के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया।
इसी के साथ रामचंद्र गुहा ने कहा केंद्र सरकार के डरे होने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमारे गृहमंत्री एक शांतिप्रिय प्रदर्शन के लिए अनुमति देने की हिम्मत नहीं करेंगे। हर किसी ने खड़े रहना चुना है। बेंगलुरु के कानून के मुताबिक खड़े रहना चुना है। पता है आपको कैसी इमेज जा रही है कि हम तानाशही के हिस्सा थे। बेशक, मैं यहां अपनी बात रखने आया हूं। उन्होंने कहा कि मैं यहीं खड़ा रहूंगा, मैं कहीं नहीं जा रहा हूं। इसी के बाद पुलिसवालों उन्हें हिरासत में ले गए।
रामचंद्र गुहा का यह वीडिया खासा देखा जा रहा है। इस वीडियो को लेकर ट्विटर यूजर्स रामचंद्र गुहा को ट्रोल कर रहे हैं। शैंक नाम के एक यूजर ने यहां तक लिखा, ''वह केवल इसलिए गुस्सा हैं क्योंकि कांग्रेस सत्ता में नहीं है... इसलिए इस संगठन के कारण वह सत्ता में नहीं हैं।
अनिकेत नायक नाम के यूजर ने लिखा, ''क्या उन्हें धारा 144 के बारे में पता नहीं है?''
डॉक्टर विकास कुमार नाम के यूजर ने लिखा, ''किसी भी प्रदर्शन से पहले पुलिस की पूर्व अनुमति लें। किसी आम आदमी के लिए असुविधा न बनें।''
रमेश नाम के यूजर ने लिखा, ''वह कन्नड़ पोस्टर लिए हुए हैं, जिसे वह पढ़ नहीं सकते हैं।''
प्रेम प्रकाश नाम के यूजर ने लिखा, ''सी ग्रेड एजेंडा आधारित भुगतान इतिहासकार जो अपने स्वामी के अनुसार इतिहास लिखते हैं।''
रामचंद्र गुहा के वीडियो पर इसी तरह और भी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।