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कोरोना महामारी के वक्त क्या सच में 29 अप्रैल को आने वाली है भयंकर तबाही, जानें इस दावे के पीछे का सच 

By पल्लवी कुमारी | Updated: April 1, 2020 15:27 IST

29 अप्रैल 2020 को क्या होने वाला है? दुनिया की तबाही वाले दावे में कोई सच्चाई नहीं है। सोशल मीडिया पर इसको लेकर फेक दावें किए जा रहे हैं।

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ठळक मुद्देक्षुद्रग्रह 1998 OR2(नाम) 29 अप्रैल को सुबह 10 बजे से पहले पृथ्वी के पास से  3.9 मिलियन मील की दूरी से गुजरेगा।रिपोर्ट के मुताबिक इसका साइज हिमालय पर्वत से आधे साइज का है।

नई दिल्ली: कोरोना वायरस का प्रकोप हर दिन बढ़ता जा रहा है। दुनियाभर में कोविड-19 से 42 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। 8 लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से प्रभावित है। इसी बीच में पिछले कुछ हफ्तों से सोशल मीडिया पर एक दावा वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर लोग खगोलीय घटना को लेकर दावा कर रहे हैं। लोग लिख रहे हैं कि 29 अप्रैल को एक क्षुद्रग्रह जो हिमालय पर्वत से भी ज्यादा बड़ा है, वह पृथ्वी से टकराएगा। जिसके बाद भयंकर तबाही आ सकती है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये दावा गलत है। 

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस दावे के पीछे कोई सच्चाई नहीं है। असल में नासा (NAS) ने 29 अप्रैल को लेकर एक सूचना जारी की थी। जिसके मुताबिक, ''52768 (1998 OR2)''नाम का एक क्षुद्रग्रह 29 अप्रैल, 2020 को पृथ्वी के पास से गुजरने वाला है। इस दौरान पृथ्वी से इसकी दूरी तकरीबन 4 मिलियन मील होगी। यानी जब ये क्षुद्रग्रह 29 अप्रैल, 2020 को पृथ्वी के पास से गुजरेगा तो उसका असर पृथ्वी पर नहीं होगा।  

“CNEOS” ने अपने आधिकारिक अकाउंट से ​ट्वीट कर भी बताया था, ''29 अप्रैल को क्षुद्रग्रह 1998 OR2 पृथ्वी से 3.9 मिलियन माइल/6.2 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर गुजरेगा। यह पूरी तरह सुरक्षित है।'' असल में ये सारी अफवाह एक अंग्रेजी वेबसाइट ''डेली एक्सप्रेस'' को इसको लेकर एक चेतावनी भरी खबर चला दी थी, जिसपर  “CNEOS” ने ट्वीट कर कहा था दुनिया के तबाही की खबर पूरी तरह से गलत है।'' बताया जा रहा है कि इस क्षुद्रग्रह का आकार बहुत ही बड़ा है। रिपोर्ट के मुताबिक इसका साइज हिमालय पर्वत से आधे साइज का है।

क्षुद्रग्रह 1998 OR2(नाम) 29 अप्रैल को सुबह 10 बजे से पहले पृथ्वी के पास से  3.9 मिलियन मील की दूरी से गुजरेगा। यह दूर की आवाज हो सकती है, लेकिन यह काफी करीब है जिसे नासा द्वारा "अर्थ ऑब्जेक्ट के पास" (NEO) माना जा सकता है। अंतरिक्ष एजेंसी पृथ्वी के 120 मिलियन मील एनईओ के भीतर गुजरने वाली किसी भी चीज पर विचार करती है।

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