यूपी में तबलीगी जमात के मरकज़ पर योगी सरकार पर सख्त, भदोही में छापे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 31, 2020 10:18 PM2020-03-31T22:18:36+5:302020-03-31T22:18:36+5:30
यूपी सरकार हर जिले में उन लोगों को खोजने में लगी है जिनका निजामुद्दीन के मरकज से कोई कनेक्शन हो. सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के हर जिले में सर्च ऑपरेशन चलाने के आदेश दिए है. सरकार को लगता है जिन लोगों ने दिल्ली ने निजामुद्दीन में मरकज में हुए कार्यक्रम हिसा लिया हो उनमें से की लोग यूपी में घुसे हों. दिल्ली के निजामुद्दी में मरकज मस्जिद में मार्च के मध्य में एक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें उत्तर प्रदेश के भी 157 लोग शामिल थे.
दिल्ली के निजामुद्दीन तब्लीगी मरकज से राज्य में आये हर व्यक्ति की जांच कराकर जरूरत पड़ने पर पृथक करने की कार्रवाई के निर्देश देते हुए कहा कि राज्य में कहीं पर लोग बिना बताये समूह में रह रहे हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. सरकार ने मरकज से लौटे लोगों से आह्वान किया है कि अपने और समाज के हित में खुद सामने आकर अपने बारे में सूचना दें. मरकज से लौटकर जो 157 लोग प्रदेश में आये थे उनमें से 95 प्रतिशत का पता लगाया जा चुका है. हर हालत में उनका ब्लड टेस्ट कराया जाएगा. हमारी यह अपील और आह्वान है कि जहां भी ऐसे लोग हैं, वे खुद सामने आकर इसकी सूचना प्रशासन को दें. सरकार ने कहा कि कहीं पर अगर लोगों के छुपे होने की सूचना है तो पास के थाने या कंट्रोल रुम को इसकी जानकारी दे दें. ऐसे लोगों को हम पहले तो समझाएंगे और जरूरत पड़ने पर कार्रवाई करेंगे.
इसी तलाशी आभियान के दौरान भदोही जिले में पुलिस ने तब्लीग जमात के मरकज़ छापा मार कर वहां से 11 बांग्लादेशी नागरिकों सहित कुल 14 लोगों को सरकारी अस्पताल में जांच के बाद पृथक वार्ड में भर्ती कराया. पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने बताया, ‘‘यह सभी लोग 27 फरवरी को ढाका से चलकर दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन मरकज़ गये थे. 14 लोगों का यह दल वहां से लौटकर चार मार्च से ही शहर के काजीपुर स्थित मरकज़ के गेस्ट हॉउस में रुका था. इनमें असम का एक और पश्चिम बंगाल के दो युवक भी शामिल हैं. इन लोगों ने पिछले 25 दिन में जगह-जगह लोगों से मिलकर धर्म का प्रचार-प्रसार किया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इन लोगों ने चार मार्च के बाद से गेस्ट हाउस और काजीपुर स्थित एक मस्जिद में कई धार्मिक आयोजन भी किये, जिसमें सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया. पुलिस का कहना है कि गेस्ट हाउस में कर्मचारियों सहित उनके संपर्क में आये लोगों की पहचान की जा रही है. शुरआती जांच में में इन लोगों में कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं मिले हैं फिर भी सभी को महाराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल में बने पृथक वार्ड में 14 दिन के लिए रखा गया है.
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की तहसील नगीना की मस्जिद में दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से आए इंडोनेशिया के आठ धर्मप्रचारक मिले. पहले ये लोग ओडिशा गये फिर 21 मार्च को नगीना आए. सबको पृथक केन्द्र भेजा गया है और इनसे पूरी जानकारी जुटाई जा रही है कि ये लोग कहां -कहां गए थे. मस्जिद के पांच लोगों के विरुद्द मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है.