राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस एक बार फिर अपने 'मराठी कार्ड' मुद्दे की तरफ लौटी है। किसानों की आत्महत्या, टोल बंदी, विकास की ब्लू-प्रिंट जैसे मुद्दे पार्टी ने उठाए, मगर उनको खास सफलता नहीं मिल सकी। एक समय उत्तर भारतीयों को एक बार टारगेट कर चुकी पार्टी ने इस बार गुजराती को निशाने पर रखा है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को ठाणे के कई इलाकों में गुजराती में लिखे साइन बोर्डस के साथ तोड़-फोड़ की।