कर्नाटक में कुछ ऐसे राजनेता हैं जिनका वर्चस्व अपने विधानसभा क्षेत्र में पार्टी से भी ऊपर है। प्रदेश में किसी भी तरह की राजनीतिक उठा-पटक और समीकरण का असर इनके चुनाव पर नहीं पड़ता। ये ना सिर्फ जीत दर्ज करते हैं बल्कि कोई प्रतिद्वंदी आस-पास भी नहीं फटकता। इन नेताओं को किसी पार्टी की नहीं बल्कि पार्टी को इन नेताओं की जरूरत होती है। कर्नाटक की क्षेत्रीय भाषा में इन्हें 'वार्चाज' (Varchas) कहा जाता है। इस वीडियो में बात कर्नाटक के ऐसे ही 11 दिग्गज नेताओं (Varchas) की।