महाराष्ट्र में कोरोना की नई लहरअमरावती में लगा लॉकडाउनLockdown imposed in Amaravati: महाराष्ट्र में मुंबई के साथ पुणे और अमरावती और यवतमाल जैसे जिलों में बीते कई दिनों से कोरोना संक्रमण का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। रोजाना बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने रविवार को सख्त फैसला लेते हुए अमरावती में एक हफ्ते के लॉकडाउन का ऐलान किया है। पुणे में शनिवार को 998 और अमरावती में 727 केस सामने आए थे। कैबिनेट मंत्री यशोमति ठाकुर ने अमरावती जिले में एक हफ्ते के लॉकडाउन का ऐलान किया। अमरावती में सोमवार शाम से एक हफ्ते तक लॉकडाउन के नियम लागू हो जाएंगे। सरकार ने स्पष्ट किया है कि जिले में अति आवश्यक सेवाओं के अलावा हर चीजें बंद रहेंगी। लॉकडाउन के बाद भी कोरोना के मामले बढ़ते रहे और लोगों की लापरवाही कम नहीं हुई तो महाराष्ट्र सरकार लॉकडाउन को और आगे बढ़ा सकती है। लोगों से कोरोना से बचने के लिए बनाए गए सारे नियमों का पालन करने की अपील की गई है।अमरावती के अलावा पुणे में भी कोविड-19 के बढ़ते मामलों के चलते कुछ पाबंदियां लागू करने का फैसला लिया गया है। यहां लोगों के गैर-जरूरी गतिविधियों के लिए रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक आवागमन पर प्रतिबंध शामिल है। पुणे संभाग के आयुक्त सौरभ राव ने बताया कि स्कूल, कॉलेज और निजी कोचिंग कक्षाएं 28 फरवरी तक बंद रहेंगी, जबकि होटल और रेस्टोरेंट रात 11 बजे तक बंद करने होंगे। रविवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में कुछ प्रतिबंधों को वापस लगाने का निर्णय लिया गया। शनिवार को, पुणे डिवीजन में कोविड-19 के 998 नए मामले सामने आये थे और नौ और मरीजों की मौत हुई थी।महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों व सरकारी अधिकारियों ने इसके लिये उन लोगों को जिम्मेदार बताया है जो न तो मास्क पहनते हैं और न ही सामाजिक दूरी से मेल जोल के नियमों का पालन करते हैं । प्रदेश में शनिवार को 6281 नये मामले सामने आये जो पिछले 85 दिन में सबसे अधिक है। पिछले साल अप्रैल में गठित कोरोना वायरस कार्य बल के प्रमुख डा संजय ओक कहते हैं कि प्रदेश में बढ़ते आंकड़ों को महामारी का ‘‘दूसरा दौर’’ नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘लोग कोविड के तौर तरीकों का पालन नहीं करते हैं। उन्हें इससे बचने की जरूरत है ।’’