अयोध्या में विवादित राम जन्मभूमि स्थल पर मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सरकार को उस स्थान पर मंदिर निर्माण के लिये तीन महीने के भीतर एक ट्रस्ट गठित करना चाहिए जिसके प्रति अधिकांश हिन्दुओं का मानना है कि भगवान राम का जन्म वहीं पर हुआ था। केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार साथ मिलकर आगे की कार्रवाई की निगरानी कर सकती हैं। अयोध्या फैसला आने के बाद सरकार अब इसके लिए अगले तीन महीने में एक ट्रस्ट का गठन करेगी. यह ट्रस्ट ही यह तय करेगा कि आगे के कार्य और निर्माण कार्य कैसे किए जाएं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने संकेत दिए हैं कि यहां पर आने वाले समय में सोमनाथ ट्रस्ट के मॉडल पर ट्रस्ट बनाया जा सकता है. ऐसा होने पर केंद्र और राज्य के नामित व्यक्ति इस ट्रस्ट के सदस्य होंगे.