अफगानिस्तान का आतंकवादी संगठन। तालिबान ने सरकार को सत्ता से बेदखल कर अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। अमेरिका, ब्रिटेन इत्यादि देशों की संयुक्त सेनाओं की मदद से तालिबान को सत्ता से बाहर किया गया। Read More
आपको बता दें कि लाइव टीवी में अफगान प्रोफेसर ने अपना डिप्लोमा फाड़ते हुए कहा है कि यदि उसकी "मां और बहन पढ़ नहीं सकती हैं।’ तो वे ऐसी शिक्षा को स्वीकार नहीं कर सकते है। ...
अफगानिस्तान में आर्थिक संकट बढ़ता जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय मदद बहुत कम आ रही है. तालिबानी जुल्म इसी तरह जारी रहा तो कोई आश्चर्य नहीं कि उन्हें सख्त बगावत का सामना करना पड़ जाए. ...
इससे पहले एक और वीडियो सामने आया था जिसमें एक कक्षा में कुछ लड़कियां बैठे हुए रो रही थी। वीडियो को लेकर यह दावा किया गया है कि उन्हें इस बात का दुख था कि तालिबान के आदेश के बाद अब वे विश्वविद्यालय में पढ़ाई नहीं कर पाएगी। ऐसे में इस गम में वे रो रही ...
आपको बता दें कि तालिबान द्वारा जारी इस आदेश में यह कहा गया है कि अगर कोई एनजीओ आदेश का पालन नहीं करता है, तो अफगानिस्तान में उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल रहमान हबीब ने इस आदेश की पुष्टि भी की है। ...
अगस्त 2021 में तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लेने के बाद उदारवादी शासन का वादा किया था लेकिन धीरे-धीरे तालिबान प्रशासन पुराने ढर्रे पर लौट रहा है. महिलाओं के अधिकारों और देश में उनकी आजादी के साथ मानवाधिकारों का हनन शुरू कर दिया गया है. ...
आपको बता दें कि बुधवार को काबुल के विश्वविद्यालयों के बाहर कुछ तालिबानी सुरक्षाकर्मी नजर आए थे जिन्होंने कुछ महिलाओं को अंदर जाने से रोका था जबकि कुछ अन्य को अंदर जाकर अपना काम पूरा करने की अनुमति भी दे दी थी। ...
तालिबान सरकार के फरमान के अनुसार, निजी और सार्वजनिक विश्वविद्यालयों को प्रतिबंध जल्द से जल्द लागू करने और बैन लगाने के बाद मंत्रालय को सूचित करने को कहा गया है। ...
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव इतना बढ़ गया है कि मंत्री हिना रब्बानी खार को काबुल जाकर बात करनी पड़ी. काबुल में पाक दूतावास के वरिष्ठ राजनयिक की हत्या का भी असफल प्रयास हुआ. ...