स्मृति ईरानी भाजपा की राज्य सभा सांसद हैं और नरेन्द्र मोदी कैबिनेट में मंत्री हैं l स्मृति ईरानी राजनीति में आने से पहले टेलीविजन सीरियल में काम करती थीं और उनके सीरियल क्यूंकि सास भी कभी बहु थी को लोगों द्वारा बहुत पसंद किया गया था l स्मृति ईरानी ने २०१४ का लोक सभा चुनाव अमेठी से राहुल गाँधी के खिलाफ लड़ा था l हालाँकि वो चुनाव हार गयीं लेकिन नरेन्द्र मोदी ने उनको कैबिनेट में जगह देने का फैसला सभी के लिए चौंकाने वाला था l Read More
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस मुख्यालय में 2 अधेड़ उम्र के पुरुषों ने 18 साल की लड़की की इज्जत की धज्जियां उड़ाने का दुस्साहस किया। ...
विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। ऐसे में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का कहना है कि मैं उन सदस्यों से कहना चाहता हूं जो नारेबाजी कर रहे हैं कि वे चर्चा में हिस्सा लें. जनता चाहती है कि संसद च ...
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और राम चंद्र प्रसाद सिंह ने राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त होने के एक दिन पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। ...
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बुधवार को निशाना साधते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि मैंने उनसे 1 जून को 10 सवाल पूछे, लेकिन उन्होंने उनमें से किसी का भी जवाब नहीं दिया। ...
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उनके स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को लेकर कुछ सवाल किए। ईरानी ने पूछा, "क्या यह सच है कि प्रधान आयकर आयुक्त ने इस बात को खारिज कर दिया कि 16.39 करोड़ रुपये के असली मालिक न तो ...
स्मृति ईरानी दिल्ली से गुवाहाटी के फ्लाइट पर सवार थीं। इसके लैंड होने के बाद इसी फ्लाइट में सवार कांग्रेस नेता Netta D'Souza उनके पास पहुंच गईं और महंगाई को लेकर सवाल पूछने लगीं। ...
UP MLC Elections 2022: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में वोट डाला। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव मैनपुरी में अपना वोट नहीं डाल सके, क्योंकि मथुरा-एटा-मैनपुरी स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से दो एमएलसी निर्व ...
महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2016, 2017, 2018, 2019 और 2020 के दौरान बाल विवाह के पंजीकृत मामलों की संख्या क्रमश: 326, 395, 501, 523 और 785 थी। ...