अरविंद केजरीवाल पर फिर निशाना साधती नजर आईं स्मृति ईरानी, कहा- किए थे 10 सवाल, किसी का नहीं दिया जवाब
By मनाली रस्तोगी | Published: June 8, 2022 03:59 PM2022-06-08T15:59:27+5:302022-06-08T16:00:38+5:30
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बुधवार को निशाना साधते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि मैंने उनसे 1 जून को 10 सवाल पूछे, लेकिन उन्होंने उनमें से किसी का भी जवाब नहीं दिया।
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सवाल किया कि क्या उन्हें अभी भी लगता है कि सत्येंद्र जैन निर्दोष हैं। उन्होंने केजरीवाल से दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश को पढ़ने के लिए भी कहा। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, "मैंने (दिल्ली के सीएम) अरविंद केजरीवाल से 1 जून को 10 सवाल पूछे, लेकिन उन्होंने उनमें से किसी का भी जवाब नहीं दिया।"
I want to ask Arvind Kejriwal, did he check Delhi High Court's order which stated that Satyendar Jain had gathered Rs 16 crores through shell companies and hawala operators?: Union Minister Smriti Irani pic.twitter.com/wpmzUGTnMz
— ANI (@ANI) June 8, 2022
उन्होंने आगे कहा, "ईडी ने सत्येंद्र जैन के सहयोगियों से लगभग 2.80 करोड़ रुपये नकद और 1 किलो से अधिक वजन के 133 सोने के सिक्के जब्त किए। क्या वह (केजरीवाल) अभी भी सोचते हैं कि सत्येंद्र जैन निर्दोष हैं? मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि क्या उन्होंने दिल्ली उच्च न्यायालय के उस आदेश की जांच की जिसमें कहा गया था कि सत्येंद्र जैन ने मुखौटा कंपनियों और हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से 16 करोड़ रुपये जमा किए थे?"
इस वक्त प्रधान मंत्री जी पूरी ताक़त के साथ आम आदमी पार्टी के पीछे पड़े हैं - ख़ासकर दिल्ली और पंजाब सरकारों के। झूठ पे झूठ, झूठ पे झूठ।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 7, 2022
आपके पास सारी एजेन्सीज़ की ताक़त है,
पर भगवान हमारे साथ है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के सहयोगियों से नकदी और सोने की आश्चर्यजनक बरामदगी की। राम प्रकाश ज्वैलर्स के पास से 2.23 करोड़ रुपये, वैभव जैन से 1.8 किलो वजन के 41.5 लाख और 133 सोने के सिक्के और जीएस मथारू से 20 लाख रुपये बरामद किए गए। वहीं, केजरीवाल ने मंगलवार को कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनकी पार्टी खासकर दिल्ली और पंजाब की सरकार के पीछे हैं।