समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने पार्टी की अनदेखी से नाराज होकर समाजवादी सेकुलर मोर्चे का गठन किया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की अध्यक्षता में समाजावादी पार्टी से उपेक्षित लोगों को इस मोर्चे से जोड़ा जाएगा। उन्होंने मुलायम सिंह यादव के भी इससे जुड़ने का दावा किया है। 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान सपा के शीर्ष नेतृत्व में बिखराव देखने को मिला था। जब अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव को अध्यक्ष की कुर्सी से हटाकर खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए थे। उन्होंने चाचा शिवपाल यादव की भी अनदेखी की थी। इसके बाद शिवपाल यादव ने नया मोर्चा बनाने का फैसला किया है। Read More
UP Yogi Adityanath-Akhilesh Yadav: सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव और उनके चाचा व पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव की 'भेड़िये' से तुलना करते हुए आरोप लगाया कि वर्ष 2017 से पहले सरकारी नौकरी के नाम पर 'चाचा और भतीजा' वसूली करते थे। ...
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज UPSSSC से चयनित 1334 कैंडिडेट को ज्वाइनिंग लेटर दिए। इस दौरान उन्होंने विपक्ष को घेरते हुए बुलडोजर नीति पर बात करते हुए कहा कि इसे चलाने के लिए दिल और दिमाग दोनों चाहिए। ...
Kannauj rape case: बलात्कार के आरोप का सामना कर रहे समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता नवाब सिंह यादव बड़ी मुश्किल में फंसते दिख रहे हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोमवार को पुष्टि की कि नवाब सिंह यादव का डीएनए नमूना बलात्कार पीड़िता से मेल खा गया है। ...
बीते साल वाराणसी में आईआईटी बीएचयू की छात्रा के साथ हुए गैंगरेप के दो आरोपियों को जेल से छूटने के बाद सूबे की सियासत गरमा गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने इस मामले को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है। ...
सीएम ने भाजयुमो की कार्यशाला में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बताया कि आप देख रहे हैं कि कैसे-कैसे षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। बोलें कि विपक्ष ने समाज को छिन्न-भिन्न करने का मौका नहीं छोड़ा। जो लोग सामाजिक न्याय के लिए समर्पित महापुरुषों का अपमान कर ...
आईआईटी-बीएचयू परिसर में एक नवंबर 2023 की रात को एक छात्रा हॉस्टल से बाहर गई थी, तभी करमन बाबा मंदिर के पास मोटरसाइकिल पर तीन लोग आए और उसे जबरन एक कोने में ले गए, कथित तौर पर उसके कपड़े उतार दिए तथा उसका वीडियो बनाया और तस्वीरें खींचीं। ...
पांच साल में एक बार वोट देना ही पर्याप्त नहीं है, इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि हमारे वोट से नेता बना व्यक्ति अपने वादों और दावों पर खरा उतर रहा है कि नहीं। ...