यूपी में एक लाख और पुलिस जवान होंगे भर्ती, वाराणसी में CM योगी आदित्यनाथ का बड़ा ऐलान
By आकाश चौरसिया | Updated: September 1, 2024 17:20 IST2024-09-01T16:46:18+5:302024-09-01T17:20:51+5:30
सीएम ने भाजयुमो की कार्यशाला में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बताया कि आप देख रहे हैं कि कैसे-कैसे षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। बोलें कि विपक्ष ने समाज को छिन्न-भिन्न करने का मौका नहीं छोड़ा। जो लोग सामाजिक न्याय के लिए समर्पित महापुरुषों का अपमान करते थे, वे आज वोट के लिए उनकी आरती उतार रहे हैं।

फोटो क्रेडिट- (एक्स)
लखनऊ: वाराणसी में आयोजित भाजयुमो की कार्यशाला में सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ी घोषणा करते हुए कह दिया कि आने वाले 2 साल में एक लाख पुलिस जवानों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने इस कार्यक्रम में कहा कि कोई जाति या धर्म से देश से बड़ा नहीं है और विपक्ष पर निशाना साधते हुए बोले कि वे नकाब पहनकर गुमराह करने का काम कर रहे हैं। भाजयुमो के कार्यक्रम में शामिल होने से पहले उन्होंने आज बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन कर पूजा अर्चना भी की।
Varanasi: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath says, "No caste, class, religion, or language is greater than the nation. We must unite to address challenges to national unity. The Congress and Samajwadi Party who once disrespected great individuals are now using them for… pic.twitter.com/vW3rxww574
— IANS (@ians_india) September 1, 2024
सीएम ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बताया कि आप देख रहे हैं कि कैसे-कैसे षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। बोलें कि विपक्ष ने समाज को छिन्न-भिन्न करने का मौका नहीं छोड़ा। जो लोग सामाजिक न्याय के लिए समर्पित महापुरुषों का अपमान करते थे, वे आज वोट के लिए उनकी आरती उतार रहे हैं। कांग्रेस हो या फिर सपा, जब भी इन्हें मौका मिलता, वे राजनीति करने का मौका नहीं छोड़ता है।
In Pictures: CM Yogi Adityanath offer prayers at Kashi Vishwanath Temple and Kaal Bhairav Temple pic.twitter.com/Ob1HvIlUiX
— IANS (@ians_india) September 1, 2024
सपा और कांग्रेस के कारनामों को कौन नहीं जानता है। इन सबने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का सामाजिक अपमान किया। सरदार वल्लभ भाई पटेल का अपमान किया। इन महापुरुषों को भारत रत्न न मिल पाए, इसके लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। ऐसे लगता था जैसे भारत रत्न पर एक परिवार का अधिकार हो गया हो। उसी परिवार के लोगों को मिलना चाहिए, बाकी किसी को नहीं मिलना चाहिए।