भारत के दक्षिण राज्य, केरल में मौजूद है सबरीमाला श्री अयप्पा मंदिर। मक्का-मदीना के बाद इसे दूसरा सबसे बड़ा तीर्थ स्थल कहा जाता है। बताया जाता है कि हर साल यहां 80 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। केरल के सबरीमाला पर्वत श्रृंखला पर स्थित यह मंदिर स्वामी अयप्पा को समर्पित है। सुप्रिम कोर्ट के फैसले के बाद इस मंदिर में 12 से 50 साल की उम्र की महिलाएं भी अब प्रवेश कर सकती हैं। इससे पहले सिर्फ पुरूष ही इस मंदिर और स्वामी अयप्पा के दर्शन कर सकते थे। इस साल मंदिर के कपाट 17 अक्टूबर से खुल रहे हैं। Read More
सबरीमला मंदिर में रजस्वला उम्र की दो महिलाओं के प्रवेश करने के बाद पिछले दो दिनों में दक्षिणपंथी समूहों के हिंसक प्रदर्शनों के सिलसिले में अभी तक 266 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ...
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति एस के कौल की एक पीठ ने कहा कि अवमानना याचिका पर सुनवाई सबरीमला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश की इजाजत देने वाले उसके फैसले के खिलाफ दायर पुनर्विचार याचिकाओं के साथ ही होगी। ...
Sabarimala Temple Protest: सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल सितंबर में ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए 10 वर्ष से 50 वर्ष की उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी थी। राज्य के डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने हड़ताल के दौरान हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्र ...
सबरीमाला मंदिर विवाद: मंदिर तक जाने वाली 8 सीढ़ियों का काफी महत्व है। इनमें से 5 सीढ़ियां पांच इंद्रियों को दर्शाती है और बाकी 3 काम, क्रोध और लोभ को दर्शाती हैं। ...
मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के बाद मुख्य पुजारी ने ‘शुद्धिकरण’ समारोह के लिए मंदिर के गर्भ गृह को बंद करने का फैसला किया है। मंदिर को तड़के तीन बजे खोला गया था और ‘शुद्धिकरण’ के लिए उसे सुबह साढे 10 बजे बंद कर दिया गया। ...
सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने 4:1 के बहुमत के फैसले से सभी आयु वर्ग की महिलाओं को सबरीमला स्थित अयप्पा स्वामी मंदिर में प्रवेश की अनुमति दे दी थी। ...
सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए, सबरीमाला में महिलाओं का बैन हटवाया दिया था। जिसका सबरीमला में जबर्दस्त विरोध हो रहा है। इस फैसले से पहले इस मंदिर में दस से 50 वर्ष की आयु की महिलाओं का प्रवेश वर्जित था। ...
सबरीमला मंदिर में 10-50 साल की महिलाओं के प्रवेश पर जारी बहस के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने कहा कि हर धर्म और मंदिर की अपनी मान्यताएं होती हैं और व्यक्ति की धर्मपालन की आजादी संविधान में है। ...