केरल: सबरीमाला समिति की कार्यकर्ता ने इलाज के दौरान मौत, CPIM और BJP कार्यकर्ताओं में हुई थी झड़प
By पल्लवी कुमारी | Published: January 3, 2019 09:11 AM2019-01-03T09:11:59+5:302019-01-03T09:11:59+5:30
Sabarimala Temple Protest: सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल सितंबर में ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए 10 वर्ष से 50 वर्ष की उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी थी। राज्य के डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने हड़ताल के दौरान हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
सबरीमला में भगवान अयप्पा के मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश के विरोध में हिंदू संगठनों द्वारा आहूत सुबह से शाम तक 12 घंटे की हड़ताल बृहस्पति सुबह शुरू हो गई। इसी बीच खबर है कि केरल के पंडालम में बीते दिन सीपीआईएम( CPIM) और बीजेपी ( BJP) कार्यकर्ताओं के बीच झड़प में घायल हुए सबरीमाला कर्म समिति के एक 55 वर्षीय कार्यकर्ता की इलाज के दौरान मौत हो गई है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पुलिस मामले की जांच कर रही है। गौरतलब है कि रजस्वला आयु वर्ग की दो महिलाओं कनकदुर्गा (44 वर्ष) और बिंदू (42 वर्ष) ने हिन्दूवादी संगठनों की तमाम धमकियों की परवाह न करते हुए बुधवार तड़के भगवान अयप्पा के सबरीमला मंदिर में प्रवेश कर सदियों पुरानी परंपरा तोड़ दी। जिसके बाद सीपीआईएम( CPIM) और बीजेपी ( BJP) कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी।
Kerala: A 55-year-old Sabarimala Karma Samiti worker who was injured yesterday in a clash between CPIM & BJP workers, in Pandalam, has succumbed to his injuries; Police investigation underway. #SabarimalaTemple
— ANI (@ANI) January 3, 2019
केरल में बंद का असर
बता दें कि शुरुआती खबरों के अनुसार, केरल की राजधानी में ऑटो रिक्शे और दोपहिया वाहन रेलवे स्टेशन और अन्य स्थानों पर पर आते जाते दिखाई दिए है लेकिन लेकिन कोझिकोड में सुबह प्रदर्शनकारियों ने कई जगह वाहनों को रोका और टायर जलाए।
यह हड़ताल विभिन्न हिंदुत्ववादी समूहों के एक संयुक्त संगठन ‘सबरीमला कर्म समिति’ द्वारा बुलाई गई है, जो सुप्रीम कोर्ट के 28 सितंबर के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों की अगुवाई कर रहा है। भाजपा बंद का समर्थन कर रही है जबकि कांग्रेस-नीत यूडीएफ बृहस्पतिवार को "काला दिवस" मना रहा है।
उच्चतम न्यायालय ने पिछले साल सितंबर में ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए 10 वर्ष से 50 वर्ष की उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी थी। राज्य के डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने हड़ताल के दौरान हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।