यूक्रेन सोवियत संघ के विघटन के बाद 1991 में रूस से अलग हुआ था। यूक्रेन के हालांकि बाद के वर्षों में NATO से जुड़ने की कोशिश से रूस असहमति दिखाता रहा है। रूस को लगता है कि यूक्रेन NATO से जुड़ने से उसकी सुरक्षा हमेशा खतरे में रहगी। रूस का मानना है कि अमेरिका सहित नाटो के अन्य सदस्य देशों की सेनाएं उसकी सीमा के बेहद करीब आ जाएंगी और वह एक तरह से चारों ओर से घिर जाएगा। इसी के खिलाफ रूस कदम उठाने की बात कर रहा है और यूक्रेन पर कार्रवाई की बात कर रहा है। Read More
शांति सम्मेलन का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के आधार पर न्यायसंगत और स्थायी शांति बहाल करने का तरीका खोजना है। इसकी प्रस्तावित तारीखें 15 और 16 जून हैं। ...
मिसाइलों और ड्रोनों के विशाल शस्त्रागार का उपयोग करके ऊर्जा प्रणाली, कस्बों और शहरों पर हफ्तों तक रूसी हमलों के बाद व्लादिमिर जेलेंस्की ने अपने देश की वायु सुरक्षा की बिगड़ती स्थिति के बारे में अब तक की सबसे कड़ी चेतावनी दी है। ...
यूक्रेन ने रूस के पूर्ण पैमाने पर आक्रमण और दो साल से अधिक के युद्ध के बाद अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाने के लिए बड़ा फैसला लिया है। यूक्रेन ने सैन्य भर्ती की आयु 27 से घटाकर 25 कर दी है। ...
रूस में राष्ट्रपति पद के लिए रविवार को संपन्न हुए चुनाव में सत्ता पर करीब 25 साल से काबिज व्लादिमीर पुतिन को एक बार फिर बड़ी जीत मिली है। व्लादिमीर पुतिन को 88 प्रतिशत वोट मिले हैं। ...
पुतिन ने कहा कि देश के सुरक्षा सिद्धान्त के तहत कि अगर मास्को की संप्रभुता या स्वतंत्रता को कोई खतरा होता है तो वह परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने के लिए तैयार हैं। ...
Russia-Ukraine war: कीव के अधिकारियों का कहना है कि ये सैनिक यूक्रेन के लिए लड़ने वाले रूसी स्वयंसेवक हैं और उन्होंने सीमा पार करने का दावा किया है। ...
नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने हाल ही में ये स्पष्ट किया है कि सैन्य गठबंधन की यूक्रेन में लड़ाकू सेना भेजने की कोई योजना नहीं है। अब इस जंग को शुरू हुए दो साल से ज्यादा हो गया है। ...
घमासान यूक्रेन-रूस युद्ध के गत 22 फरवरी को दो बरस पूरे हो गए, यानी दो वर्ष पूर्व रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने यूक्रेन पर जो सैन्य आक्रमण किया था, दो बरस बाद वह अब भी जारी है। पूरी दुनिया पर इस युद्ध का गहरा असर दिखाई पड़ रहा है। ...