Russia-Ukraine war: 15 और 16 जून को स्विटजरलैंड में होगा शांति सम्मेलन, भारत को भी आमंत्रित किया गया, युद्ध समाप्त करने के उपायों पर होगी बात

By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: April 12, 2024 10:51 AM2024-04-12T10:51:32+5:302024-04-12T10:52:50+5:30

शांति सम्मेलन का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के आधार पर न्यायसंगत और स्थायी शांति बहाल करने का तरीका खोजना है। इसकी प्रस्तावित तारीखें 15 और 16 जून हैं।

Russia-Ukraine war Switzerland announced to host a conference India invited | Russia-Ukraine war: 15 और 16 जून को स्विटजरलैंड में होगा शांति सम्मेलन, भारत को भी आमंत्रित किया गया, युद्ध समाप्त करने के उपायों पर होगी बात

(फाइल फोटो)

Highlightsस्विट्जरलैंड की सरकार ने जून महीने में एक सम्मेलन बुलाने का फैसला किया हैइसकी प्रस्तावित तारीखें 15 और 16 जून हैंइस शांति सम्मेलन के लिए भारत को भी आमंत्रित किया गया है

Russia-Ukraine war: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को रुकवाने और शांति बहाल करने के लिए स्विट्जरलैंड की सरकार ने जून महीने में एक सम्मेलन बुलाने का फैसला किया है। इसमें दुनिया भर के राष्ट्र प्रमुखों को शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है। स्विट्जरलैंड में होने वाले इस शांति सम्मेलन के लिए भारत को भी आमंत्रित किया गया है। इसकी  प्रस्तावित तारीखें 15 और 16 जून हैं। 

शांति सम्मेलन का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के आधार पर  न्यायसंगत और स्थायी शांति बहाल करने का तरीका खोजना है। सम्मेलन की तारीखें सोच समझ कर रखी गई हैं। G7 नेताओं का शिखर सम्मेलन 13-15 जून को इटली के अपुलीया में बोर्गो इग्नाज़िया में आयोजित किया जाएगा। इसलिए स्विट्जरलैंड के बर्गेनस्टॉक होटल में होने वाले शांति सम्मेलन की प्रस्तावित तारीखें 15 और 16 जून रखी गई हैं।

स्विस विदेश मंत्री इग्नाजियो कैसिस ने 5 फरवरी को नई दिल्ली का दौरा किया था। उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की और सम्मेलन और भारत की भागीदारी के बारे में जानकारी दी। इसके बाद मार्च में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की फोन पर बातचीत हुई और सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत को निमंत्रण देने के लिए यूक्रेनी विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा की यात्रा हुई।

शांति सम्मेलन के बारे में स्विस सरकार के बयान में कहा गया है कि 15 जनवरी, 2024 को राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की बर्न यात्रा के दौरान, स्विट्जरलैंड और यूक्रेन ने यूक्रेन में व्यापक, न्यायपूर्ण और स्थायी शांति की दिशा में अगले कदमों पर चर्चा की। यूक्रेन के अनुरोध पर, स्विट्जरलैंड एक उच्च-स्तरीय सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए सहमत हुआ। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य इस लक्ष्य के लिए अनुकूल ढांचे की एक आम समझ और शांति प्रक्रिया के लिए एक ठोस रोडमैप बनाना है।  इस सम्मेलन का आयोजन करके स्विट्जरलैंड यूरोप और दुनिया में अधिक सुरक्षा और स्थिरता में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों के स्तर पर लगभग 120 देशों को आमंत्रित किया जाएगा। स्विस राष्ट्रपति वियोला एमहर्ड ने साफ किया है कि हम इस सम्मेलन में शांति समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करने जा रहे हैं।

हालांकि इस आयोजन से रूस खुश नहीं है और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने साफ कहा है कि यूक्रेन में लड़ाई समाप्त करने के लिए संभावित वार्ता केवल तभी सफल हो सकती है जब मॉस्को के हितों को ध्यान में रखा जाएगा। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि जब तक रूस के लक्ष्य पूरे नहीं होंगे तब तक यूक्रेन में शांति नहीं होगी।

Web Title: Russia-Ukraine war Switzerland announced to host a conference India invited

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