भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह का जन्म 10 जुलाई, 1951 में उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में हुआ था. भारत के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ और भारत के वर्तमान गृह मंत्री राजनाथ सिंह भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं. राजनाथ सिंह सबसे पहले भाजपा के युवा स्कंध के और भाजपा की उत्तर प्रदेश ईकाई के अध्यक्ष भी रह चुके थे। पेशे से भौतिकी के व्याख्याता राजनाथ सिंह ने जनता पार्टी से जुड़ने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से अपने दीर्घ संबंधों का उपयोग किया, जिसके कारण वे उत्तर प्रदेश में कई पदों पर विराजमान हुए. Read More
निहत्थे और लाल सेना के कुत्सित इरादों से अनजान 20 से अधिक भारतीय जवान अभी तक शहादत पा चुके हैं जबकि अभी भी 150 से अधिक घायलों में से 30 के करीब जिन्दगी और मौत के बीच की जद्दोजहद से जूझ रहे हैं। ...
पूर्वी लद्दाख में पिछले कई दिनों से जारी तनातनी के बीच सोमवार रात हिंसक झड़प में कम से कम 20 भारती सैनिक शहीद हो गए हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना पर दुख जताया है। ...
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात को चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के कुल 20 सैनिक शहीद हो गए, जबकि भारतीय सेना के पलटवार में 43 चीनी सैनिक मारे गए था घायल हो गए. ...
लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ ''हिंसक टकराव'' के दौरान भारतीय सेना का एक अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए। सेना ने यह जानकारी दी। ...
सरकारी सूत्रों ने बताया कि सिंह ने सोमवार की रात भारतीय सेना के तीन कर्मियों के शहीद होने के बारे में तथा क्षेत्र में संपूर्ण स्थिति के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया है। गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में एक कर्नल और ...
चीनी सेना के हजारों सैनिकों ने गलवान वैली और पैंगोंग सो लेक एरिया, लद्दाख में घुसपैठ कर हमारी ‘भूभागीय अखंडता’ पर अतिक्रमण का दुस्साहस किया है। पिछले पांच दशकों में, वास्तविक नियंत्रण रेखा पर एक भी दुर्घटना अथवा हमारे सैनिक की शहादत भारत-चीन सीमा पर ...
चीनी सेना के साथ यूं तो 1975 में भी अरुणाचल प्रदेश में खूनी झड़प हुई थी जब चीनी सेना के एक हमले में चार भारतीय जवान शहीद हो गए थे पर 1962 के युद्ध के बाद सबसे भयानक खूनी झड़प नाथूला में 1967 में हुई थी जब 88 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे और भारतीय रणबांकुरो ...
भारत चीन विवादः बीते पांच हफ्तों से गलवान घाटी में बड़ी संख्या में भारतीय और चीनी सैनिक आमने-सामने खड़े थे। यह घटना भारतीय सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे के उस बयान के कुछ दिन बाद हुई है। ...