पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (पीएफआई) एक इस्लामिक संगठन है जिसकी भूमिका को लेकर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं। केंद्र सरकार ने 28 सितंबर, 2022 को इस पर पांच साल का बैन लगा दिया। पीएफआई खुद को सामाजिक-आर्थिक, शैक्षिक और राजनीतिक संगठन के रूप में पेश करता है पर इस पर टेरर फंडिंग सहित कट्टरपंथ को बढ़ावा देने जैसे आरोप लगते रहे हैं। साल 2006 में मनिथा नीति पसाराई (MNP) और नेशनल डेवलपमेंट फंड (NDF) नाम के संगठन ने मिलकर पीएफआई का गठन किया था। ये संगठन शुरुआत में दक्षिण भारत के राज्यों में ही सक्रिय था। इसके बाद इसका विस्तार धीरे-धीरे उत्तर भारत के भी कई राज्यों में भी हो चुका है। Read More
देश के कई राज्यों में एनआईए और ईडी ने पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी की है। इसमें पीएफआई से जुड़े सदस्यों और नेताओं के घरों पर छापेमारी भी शामिल है। सूत्रों के अनुसार करीब 10 राज्यों में ये कार्रवाई चल रही है। ...
पश्चिमी मध्यप्रदेश के अलग-अलग इलाकों में कथित तौर पर आपत्तिजनक नारेबाजी की हालिया घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में देशविरोधी नारे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उक्त घटनाओं की ओर साफ इशारा करते ...