भगवान राम करोड़ों-करोड़ों भारतीयों के आराध्य हैं. उनका नाम एक मंत्न की तरह सुरक्षा का भाव जगाता है हम भारतीयों में. उनकी जय बोलकर हम उन मूल्यों-आदर्शो की जय की कामना करते हैं, जो राम के नाम के साथ जुड़े हैं. ...
दरअसल इस बार की चक्रवर्ती विजय में भारतीय जनता पार्टी की कोई सामूहिक समग्र और संपूर्ण भागीदारी नहीं दिखाई देती. प्रधानमंत्नी नरेंद्र मोदी के नाम पर ही मतदाताओं ने अपना निर्णय सुनाया है. ...
सच्चाई यह है कि सतलज से अभी पाकिस्तान अस्सी प्रतिशत और भारत बीस प्रतिशत लाभ लेता है. बजाय इसके कि पाकिस्तान उस अस्सी प्रतिशत का उपयोग नहरों के जरिए करता, वह भारत को रोकना चाहता है. पाकिस्तान का ध्यान नहरें बनाने की ओर कैसे हो सकता है? उसे तो खंदक खो ...
प्रधानमंत्री मॉरिसन के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ कंजरवेटिव गठबंधन ने एक्जिट पोल के नतीजों को नकारते हुए विपक्षी लेबर पार्टी को करारी शिकस्त दी, जिसके कारण इसके नेता बिल शॉर्टन को इस्तीफा देना पड़ा। ...
चुनावों ने अब मानो लड़ाई का रूप ले लिया है. एक-दूसरे की कमियां खोजने की प्रतिस्पर्धा शुरू हो गई है. बदनामी करने वाली प्रचार मुहिम का फायदा मिलने से राजनीतिक दल इसके लिए करोड़ों रु. खर्च करने को तैयार रहते हैं. ...
व्हिप यानी चाबुक. इस व्यवस्था के अंतर्गत हर पार्टी में किसी एक सांसद को व्हिप के रूप में नामित किया जाता है. व्हिप की जिम्मेदारी होती है कि प्रमुख विषयों पर चर्चा के समय पार्टी के सभी सांसदों का संसद में उपस्थित होना सुनिश्चित करे. ...
1977 के लोकसभा चुनाव देश में परिवर्तन का चुनाव था। लोगों में इमरजेंसी को लेकर कांग्रेस पार्टी के प्रति गुस्सा था। गैर-कांग्रेसी पार्टियों ने इस गुस्से को पढ़ लिया। 23 जनवरी 1977 को जनता पार्टी का गठन हुआ। ...