पितृ पक्ष, पितृ दोष से मुक्ति प्राप्त करने का सर्वोत्तम समय होता है। इस पक्ष में सही समय पर श्रद्धा भाव से किया गया श्राद्ध कर्म व्यक्ति के जीवन मे खुशियों का अंबार ला सकता है। शास्त्रानुसार प्रत्येक सनातन धर्मी को इस पक्ष में प्रतिदिन मध्यान्ह व्यापिनी तिथि को ध्यान में रखते हुए अपने पूर्वजों की संतुष्टि के लिए श्राद्ध एवं तर्पण अवश्य करना चाहिए। पृथ्वी लोक में माता पिता एवं पितृ साक्षात देवता है अतः उनकी आत्मा की शांति के लिए आश्विन कृष्ण पक्ष में श्रद्धा विश्वास एवं उत्साह के साथ मनाना चाहिए। Read More
पितृ दोष के विषय में शंकर के शिष्य और लंकापति रावण ने स्वयं लिखित संहिता में विस्तार से चर्चा की है। रावण संहिता में क्या है पितृ दोष के लक्षण, क्यों होता है पितृ दोष और इसके अलावा पितृ दोष के दूर करने का व्यापक उपाय बताया गया है। ...
Pitru Paksha 2022: इस साल पितृ पक्ष की शुरुआत 10 सितंबर से हो रही है। 25 सितंबर को समापन होगा। ऐसे में जानिए पितृ पक्ष के दौरान किस दिन किनका श्राद्ध किया जाना चाहिए। ...
पितृ पक्ष 10 सितंबर से शुरू हो रहा है। यह 15 दिनों तक चलता है। इस दौरान ब्राह्मणों और गरीबों को भोजन कराने से जुड़े कुछ ऐसे नियम हैं जिनका विशेष ध्यान रखना चाहिए। ...
Pitru Paksha 2022: 15 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में पितृ तर्पण हेतु श्राद्ध कर्म किए जाते हैं, जो मुख्य रूप से पितृ ऋण चुकाने के लिए किया जाता है। ऐसा करने से पितृगण प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। ...
September 2022 Calendar: इस महीने अनंत चतुर्दशी (गणेश विसर्जन), श्राद्ध पक्ष और शारदीय नवरात्रि जैसे व्रत-त्योहार आएंगे। इस माह की शुरूआत ही ऋषि पंचमी से हुई है और अंत में विनायक चतुर्थी (29 सितंबर) का व्रत रखा जाएगा। ...
इस बार सर्व पितृ अमावस्या के दिन 11 सालों बाद गजछाया योग का निर्माण हो रहा है। इसमें सूर्य और चंद्रमा दोनों ही हस्त नक्षत्र में होंगे। सर्व पितृ अमावस्या का दिन पितृजनों का तर्पण और पिंडदान करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाती है। ...
इस बार सर्व पितृ अमावस्या के दिन 11 सालों बाद गजछाया योग का निर्माण हो रहा है। इससे पहले यह योग 2010 में बना था। 6 अक्टूबर को सूर्य और चंद्रमा दोनों ही सूर्योदय से लेकर शाम 04:34 बजे तक हस्त नक्षत्र में होंगे। ...