भारतीय संसद का मॉनसून सत्र 2018 18 जुलाई से प्रारम्भ होकर 10 अगस्त तक चलेगा। सदन के के कुल 24 दिनों के इस सत्र में कुल 18 दिन सदन की बैठक होगी। सदन के इस सत्र में कुल 48 मामले पेश होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार इस दौरान 46 विधेयक और दो वित्तीय विधेयक पेश करेगी। इस सत्र में तीन तलाक़, मेडिकल एजुकेशन बिल और ट्रांसजेंडर बिल जैसे महत्वपूर्ण विधेयक पेश होने वाले हैं। Read More
शीतकालीन सत्र 4 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है, जहां 19 दिनों में 15 बैठकों को लेकर निर्णय लिया गया है। सर्वदलीय बैठक में 19 बिलों और 2 वित्त मदों पर भी चर्चा हुई है। ...
भारत के चुनाव आयोग की विश्व भर में प्रतिष्ठा है पर देश में उसकी साख पर सवालिया निशान लगते रहे हैं। ताजा प्रकरण चुनाव आयुक्त की नियुक्ति से जुड़ा है। ...
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 11 अगस्त को लोकसभा में तीनों विधेयक भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य विधेयक को पेश किया था। ...
नई "भारतीय न्याय संहिता" के मुताबिक हत्या के लिए सजा के लिए धारा 101 लगाई जाएगी। पहले धारा 302 लगाई जाती थी। वहीं धोखाधड़ी के लिए धारा 316 लगाई जाएगी। पहले धारा 420 का इस्तेमाल ऐसे केस में सजा दिलाने के लिए किया जाता था। ...
हाल ही में समाप्त हुआ मानसून सत्र सबसे कम उत्पादक रहा। मानसून सत्र में संसद ने अपने निर्धारित समय से केवल 43% समय तक काम किया। इससे कम काम केवल 2021 मानसून सत्र और 2023 बजट सत्र में हुआ था। ...
लोकसभा से अपने निलंबन पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो मैं सुप्रीम कोर्ट जा सकता हूं। मणिपुर में हालात को अब भी बेहद चिंताजनक बताते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि मणिपुर से करीब 5000 आधुनिक हथियार लूटे गए, जो हिंदुस्तान में ...
मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार, 11 अगस्त को लोकसभा में ब्रिटिश कालीन भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह लेने के लिए तीन नये विधेयक पेश किये। ...