नीरजा भनोट मुंबई में पैन ऍम एयरलाइन्स की एयरहोस्टेस थीं। नीरजा भनोट का जन्म 7 सितंबर 1963 को हरीश भनोट और रमा भनोट के घर हुआ था| 5 सितंबर 1986 को नीरजा ने मुम्बई से न्यूयॉर्क जा रहे पैन एम फ्लाइट 73 के अपहृत विमान में यात्रियों की सहायता एवं सुरक्षा करते हुए अपनी जान गवां दी थी| उनकी बहादुरी के लिये मरणोपरांत उन्हें भारत सरकार ने शान्ति काल के अपने सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से सम्मानित किया और साथ ही पाकिस्तान सरकार और अमरीकी सरकार ने भी उन्हें इस वीरता के लिये सम्मानित किया है। Read More
भारत के इतिहास में पांच सितंबर की तारीख का एक खास महत्व है। दरअसल इस दिन देश के द्वितीय राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था और उन्हीं के सम्मान में इस दिन को ‘शिक्षक दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। पांच सितंबर 1888 को तमिलनाडु में जन्म ...
नीरजा भनोट , देश की वो बहादुर बेटी जिसने महज 23 साल की उम्र में ही अपने ज़ज़्बे और हिम्मत की मिसाल कायम कर दी थी, जिसने अपनी जान की परवाह किये बगैर सैंकड़ों लोगों की जान बचाई थी. ...
Neerja Bhanot Birth Anniversary: इसी फ्लाइट में देश ने खो दिया था अपनी सबसे बहादुर बेटी नीरजा भनोट को जिसने अपनी ज़िन्दगी अपने जन्मदिन के बस दो दिन पहले देश को रिटर्न गिफ्ट के तौर पर दे दी थी. ...
Neerja Bhanot Birth Anniversary (नीरजा भनोट जयंती): 21 साल की छोटी उम्र में नीरजा की शादी जिस ओछी मानसिकता के व्यक्ति से हुई थी वो था नरेश। मार्च 1985 में नीरजा के परिवार ने एक गलती की और देश की इस बेटी को बांध दिया घमंडी और बद्तमीज़ इंसान से. ...
Neerja Bhanot Death Anniversary: नीरजा आज भी अपने परिवार, दोस्तों और देश के हर उस नागरिक के दिलों में ज़िंदा हैं जिनमें देश के लिए कुछ कर गुजरने का ज़ज़्बा है! आइये जाने कुछ ऐसी बातें भारत की इस बहादुर बेटी के बारे में जो हमें नहीं है पता. ...