नवरात्रि यानी 'नौ-रात'। हिन्दू धर्म में ये त्योहार वर्ष में चार बार आता है-चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ। चैत्र में चैत्र नवरात्रि और अश्विन में इस पर्व को शारदीय नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इन दो नवरात्रि से ठीक पहले गुप्त नवरात्रि आते हैं, जिन्हें गुप्त एवं तांत्रिक साधनाओं के लिए जाना जाता है। लेकिन हिन्दू परिवारों में चैत्र और शारदीय नवरात्रि का महत्व है और इसे ही विशेष रूप से मनाया जाता है। Read More
Ram Navami 2019: कहा जाता हैं की रामनवमी के दिन रामायण ग्रंथ का पाठ करने से अनेक इच्छाएं पूरी हो जाती हैं, जन्म-जन्मांतर के पाप नष्ट हो जाते हैं, भय, रोग भी दूर हो जाते हैं। धन की कामना रखने वाले को धन की प्राप्ति होती है। ...
श्रीराम चन्द्र का जन्म चैत्र शुक्ल की नवमी के दिन पुनर्वसु नक्षत्र तथा कर्क लग्न में रानी कौशल्या की कोख से, राजा दशरथ के घर में हुआ था।यह पर्व भारत में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। ...
नवरात्रि में व्रत का पारण कन्या पूजन के साथ होता है। लोगों की मान्यता के अनुसार अष्टमी और नवमी को कन्या पूजा की जाती है। पंडित दिवाकर त्रिपाठी के अनुसार इस साल अष्टमी और नवमी पूजा एक ही दिन की जाएगी। साथ ही व्रत भी एक ही दिन माना जाएगा। ...
श्रीराम चन्द्र का जन्म चैत्र शुक्ल की नवमी के दिन पुनर्वसु नक्षत्र तथा कर्क लग्न में रानी कौशल्या की कोख से, राजा दशरथ के घर में हुआ था।यह पर्व भारत में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। इसी दिन चैत्र नवरात्र की समाप्ति हो जाती है। ...
नवरात्रि में कन्या पूजन करने के पीछे मां वैष्णो देवी के भक्त श्रीधर की कथा प्रचलित है। श्रीधर की कोई संतान नहीं थी, किसी ने उसे चैत्र नवरात्रि में कन्याओं का पूजन करके उन्हें प्रसाद खिलाने को कहा। श्रीधर ने वैसा ही किया। उसने 9 कन्याएं बुलाईं जिसमें ...
हिन्दू धर्म में आदि शक्ति दुर्गा को समर्पित नवरात्रि का पर्व कुल नौ दिनों तक चलता है। चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होकर यह पर्व नवमी पर समाप्त होता है। इन नौ दिनों में भक्त अपनी श्रद्धा के अनुसार, पूजा, पाठ, हवन, व्रत आदि धार्मिक कार्य करते ...