तिहाड़ जेल के सुपरिटेंडेंट पर आरोप, मुस्लिम कैदी की पीठ पर गर्म लोहे से लिखा 'ओम'
By विनीत कुमार | Published: April 20, 2019 08:08 AM2019-04-20T08:08:01+5:302019-04-20T08:08:01+5:30
नब्बीर को 2016 में मकोका और आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था। उसे जेल नंबर-4 के हाई रिस्क वार्ड में रखा गया है।
दिल्ली के तिहाड़ जेल से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां बंद एक कैदी ने जेल सुपरिटेंडेंट पर जब उसकी पीठ पर गर्म लोहे से 'ओम' का चिह्न बनाने का आरोप लगाया है। कैदी ने दिल्ली की एक कोर्ट में सुनवाई के दौरान अपनी टी-शर्ट उठाकर पीठ पर बने 'ओम' के चिह्न को भी दिखाया। कैदी का नाम नब्बीर है।
नब्बीर ने मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ऋचा परिहार के सामने यह भी कहा कि जेल अधीक्षक ने नवरात्रि के नाम पर न केवल दो दिन उसे खाना देने से मना कर दिया बल्कि यह भी कहा कि वह उसे हिंदू बना देंगे। यह सब कुछ दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट में बुधवार को हुआ जब नब्बीर के वकील जगमोहन सिंह ने उनसे मिलने के एक दिन बाद कोर्ट में इस संबंध में आवेदन दिया।
नब्बीर को 2016 में मकोका और आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था। उसे जेल नंबर-4 के हाई रिस्क वार्ड में रखा गया है। मामले की जानकारी मिलने के बाद मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट परिहार ने जांच कर इसकी रिपोर्ट जमा कराने के आदेश दे दिये हैं। मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट परिहार ने कहा, 'आरोपी ने जो शिकायत की है वह गंभीर है और इसमें तत्काल कुछ करने की जरूरत है। ऐसे में नब्बीर की मेडिकल जांच के आदेश दिये जाते हैं और 'ओम' लिखे जाने पर भी एक जांच रिपोर्ट जमा कराई जाए। जरूरी सीसीटीवी फुटेज और दूसरे कैदियों के बयान भी लिये जाने चाहिए।'
कोर्ट ने साथ ही नब्बीर की सुरक्षा के भी आदेश दिये। साथ ही कोर्ट ने कहा कि जेल सुपरिटेंडेंट राजेश चौहान की निगरानी से तत्काल नब्बीर को हटाया जाए। कोर्ट ने इस मामले में जेल अधिकारियों को सोमवार तक रिपोर्ट जमा कराने को कहा है।