Narendra modi swearing in oath ceremony, Latest Hindi News
राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में 30 मई की शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिपरिषद के सदस्य पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे। इस समारोह के लिए बिम्सटेक देशों के प्रमुखों समेत 8000 मेहमानों को आमंत्रित किया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मंत्रिमंडल को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी ने 303 सीटों पर धमाकेदार जीत दर्ज की थी। प्रधानमंत्री मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री पद संभालने जा रहे हैं। Read More
सिंह बिहार के प्रभावशाली भूमिहार समुदाय से आते हैं। यह समुदाय कभी कांग्रेस का समर्थक हुआ करता था लेकिन मंडल के दौर के बाद भाजपा को राज्य में मजबूत करने लगा। सिंह मगध विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान ही संघ से जुड़ गये। इस दौरान वह एबीवीपी के सक्रिय स ...
मुरलीधरन ने 1975 में आपातकाल के दौरान अखिल भारतीय विधार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता के तौर पर अपनी राजनीतिक पारी शुरू की थी। वह केरल में राजनीतिक रूप से संवेदनशील कन्नूर जिले के रहने वाले हैं, जहां अक्सर ही माकपा और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़ ...
जोशी ने हाल ही में संपन्न धारवाड़ लोकसभा सीट पर 2,05,072 मतों के अंतर से जीत हासिल की। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी विनय कुलकर्णी को पराजित किया। अपने लंबे राजनीतिक कैरियर में पहली बार वह मंत्रिमंडल में शामिल हुये हैं। ...
एक बार जब वे हवाई जहाज में सफर कर रहे थे तो उनके पास वाली सीट पर योग गुरू रामदेव बैठे थे और उन्होंने सुप्रियो को राजनीति में आने की सलाह दी। रामदेव ने उनसे भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने को कहा। इसके बाद जो हुआ उससे देश वाकिफ है। ...
वह खतरा संभवत: 2019 में साकार होता दिखा है जब धर्मेन्द्र प्रधान ने ओडिशा में पटनायक के गढ़ में भाजपा के पैर जमाने में अहम भूमिका निभाई है। पूर्व केन्द्रीय भूतल परिवहन राज्य मंत्री देबेन्द्र प्रधान के पुत्र धर्मेन्द्र प्रधान ने मोदी सरकार की घरेलू रसो ...
कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने वालों में धर्मेंद्र प्रधान , मुख्तार अब्बास नकवी , प्रहलाद जोशी, डॉ. महेन्द्र नाथ पांडे भी शामिल हैं। नयी सरकार में सुषमा स्वराज, राज्यवर्द्धन सिंह राठौर और मेनका गांधी शामिल नहीं है । ...
पासवान (72) के राजनीतिक सफर की शुरुआत 1960 के दशक में बिहार विधानसभा के सदस्य के तौर पर हुई और आपातकाल के बाद 1977 के लोकसभा चुनावों से वह तब सुर्खियों में आए, जब उन्होंने हाजीपुर सीट पर चार लाख मतों के रिकार्ड अंतर से जीत हासिल की। 1989 में जीत के ब ...