भारतीय संविधान में भीड़ के द्वारा की गई हिंसा के लिए कोई कानून नहीं बनाया गया था। इसका फायदा उठाकर भारत में कई वारदातों को भीड़ ने अंजाम दिया। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मुताबिक भारत की सबसे बड़ी मॉब लिंचिंग साल 1984 में हुई थी। जबकि कांग्रेस व अन्य विपक्षी पार्टियों के मुताबिक नरेंद्र मोदी सरकार में मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ गई हैं। हालांकि मॉब लिंचिंग का इंतिहास पुराना है। साल 1947 में जब हिन्दुस्तान को आजादी मिली और देश के दो टुकड़े हुए, भारत और पाकिस्तान, तब भी भीड़ ने कइयों को मौत के घाट उतार दिया था। तब उसे दंगे का नाम दिया गया था। लेकिन कई जगहों पर भारी मॉब लिंचिंग हुई थी। Read More
भीड़ हिंसा का शिकार हुए 24 वर्षीय तबरेज अंसारी मौत के मामले में 11 व्यक्तियों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि कथित चोरी को लेकर इस युवक के साथ भीड़ ने मारपीट की थी और इस घटना का एक कथित वीडियो सामने आया है जिसमें कुछ लोग पीड़ित क ...
एसपी ने बताया कि हालांकि, जेल में उसी दिन उसकी हालत बिगड़ने पर उसे सदर अस्पताल ले जाया गया जहां मालूम हुआ कि उसे बहुत चोटें आईं हैं। अंसारी को बाद में जमशेदपुर के टाटा मेन अस्पताल ले जाया गया। ...
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'मैं निवेदन करता हूं कि अपना न्यू इंडिया अपने पास रखो। हमें पुराना इंडिया दे दो जहां हिंदुओं को मुस्लिमों और दलितों का दर्द महसूस होता था।' ...
झारखंड के मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि आजकल ऐसी घटनाओं को आरएसएस, बीजेपी, वीएचपी और बजरंग दल से जोड़ देने का ट्रंड चल पड़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार जांच कर रही है लेकिन ऐसी घटनाओं को राजनीतिकरण करना गलत है। ...
पत्नी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मारपीट करने वालों पर कार्रवाई की जगह मेरे शौहर को ही चोरी के आरोप में जेल भेज दिया. उन्हें अंदरूनी चोटें भी थीं. इससे कल जेल में ही उनका इंतकाल हो गया. ...
जमशेदपुर के निकट धतकीडीह में भीड़ की पिटाई का शिकार युवक ने दम तोड़ दिया. मॉब लिचिंग का यह मामला उस वक्त हुआ जब रात में तबरेज अंसारी को लोगों ने चोर कहकर पकड़ लिया और खंभे से बांध कर सामूहिक पिटाई की. बाद में उसको पुलिस को सौंप दिया. उसकी जेल में मौत ...
असम कमांडो बटालियन के 37 वर्षीय निपुण पुलिस ट्रेनर गिरीश दत्ता डेरगांव के पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में तैनात थे और एक दिन पहले ही माकुम स्थित अपने घर आए थे। ...