कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। 17 दिसंबर 2019 को वह मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से 9 बार सांसद रहे कमलनाथ केंद्र सरकार में कई पद पर रह चुके हैं। 1946 को जन्मे कमलनाथ कांग्रेस के दिग्गज नेता हैं। 2018 में उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था। Read More
कांग्रेस अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की 15 महीने सरकार रही। जब कमलनाथ मुख्यमंत्री थे, तब वह और कांग्रेस के दूसरे नेता ग्वालियर-चंबल अंचल में आए ही नहीं। ...
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में किसान द्बारा आत्महत्या करने पर पूर्व मुख्यमंत्री द्बारा कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने तल्ख टिप्पणियां करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान घूम-घूमकर निरीक्षण कर सिर्फ कोरे आश्वासन थमा रहे ह ...
कांग्रेस ने सदैव तुष्टिकरण की राजनीति की है. हम सबका साथ-सबका विकास की थीम पर काम कर रहे हैं. डा. मिश्रा आज संवाददाताओं से चर्चा में कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्षी दल कांग्रेस के पास जमीन ही नहीं बची है.कांग्रेस आज जनाधार विहीन पार्टी हो ...
ज्योतिरादित्य ने बीस से ज्यादा अपने साथी विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़ दी, जिसके नतीजे में जहां कमलनाथ सरकार ने सदन में बहुमत खो दिया, वहीं शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर सीएम की कुर्सी पर कब्जा कर लिया. ...
कर्ज माफी का वादा पूरा न कर पहले किसानों को दर्द दिया अब पेन ड्राइव जारी कर झूठा दावा कर रही है। वो ये नौटंकी करने के बजाय सिर्फ ये बताए कि आखिर किस गांव के 4 किसानों का 2-2 लाख का कर्ज 10 दिन में माफ हुआ है। ...
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि विपक्ष बैठक ही कर सकता है कोई बड़ा प्रदर्शन नहीं. झूठ और भ्रष्टाचार की आंधी विपक्ष की सरकार को मध्य प्रदेश में उड़ा ले गई. नरोत्तम मिश्रा ने संवददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि जो पार्टी दल के आंतरिक लोकतंत्र को नहीं बचा सकती व ...
कमलनाथ ने कहा कि भाजपा बताएं कि हमारा मुकाबला भाजपा से है, उनकी कोई उपलब्धियां तो है ही नहीं, जिन से हम मुकाबला करें. कमलनाथ ने दावा किया कि अपनी सरकार के दौरान उन्होंने प्रदेश के 26 लाख से अधिक किसानों का हमने कर्ज माफ किया है, मेरे पास इसके प्रमाण ...
विधानसभा चुनाव वर्ष 2023 एक बार फिर नई सियासी चुनौतियां लेकर आएगा, तो वर्ष के अंत में 14 नवम्बर 2023 से बुध की महादशा राजनीतिक उलझने बढ़ाएगी. प्रचलित कुण्डली में बुध धनु राशि में है, जो की बुध की सम-राशि है, बुध छठे, नौवें भाव का स्वामी होकर बारहवें भ ...