आने वाले समय में भारतीय वायुसेना में लगभग 300 तेजस लड़ाकू विमान शामिल किए जाएंगे। इस मांग को पूरा करने के लिए उत्पादन क्षमता में यह महत्वपूर्ण वृद्धि आवश्यक है। ...
लगभग 55,000 करोड़ रुपये की लागत से 97 तेजस मार्क-1ए लड़ाकू विमान खरीदे जाएंगे। सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आक्रामक अभियानों में सक्षम 156 प्रचंड हेलीकॉप्टर (सेना के लिए 90, IAF के लिए 66) की लागत लगभग 45,000 करोड़ ...
सुखोई-30 एमकेआई वायुसेना के पास सबसे आधुनिक युद्धक विमान हैं। भारतीय वायुसेना के पास लड़ाकू विमानों के लगभग 32 स्क्वाड्रन हैं। ये चीन तथा पाकिस्तान की दोहरी चुनौती को देखते हुए पर्याप्त नहीं है। ...
एएनआई से बात करते हुए, रक्षा सूत्रों ने कहा, "इंफाल हवाई अड्डे के पास यूएफओ के बारे में सूचना मिलने के तुरंत बाद, पास के एयरबेस से एक राफेल लड़ाकू विमान को यूएफओ की खोज करने के लिए भेजा गया।" ...
यह एक पांचवीं पीढ़ी का बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान है जिसे सभी प्रकार के हवाई, जमीन और नौसैनिक लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। सुखोई-57 फाइटर जेट में स्टील्थ तकनीक है। ...
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के दौरान नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में मतदान दलों को तैनात करने और उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारतीय वायु सेना के आठ एमआई—17 हेलीकॉप्टरों ने छह दिनों में 404 उड़ानें भरीं। ...
सेना 2027 तक अपने पुराने चीता और चेतक हेलिकॉप्टरों को रिटायर करना शुरू कर देगी। उम्मीद है कि इस समय तक नए हेलिकॉप्टरों के शामिल होने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। अनुमान है कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स (एचएएल) 2027 तक 3-टन श्रेणी में नए लाइट यूटिलिटी हेली ...
सैन्य रणनीतिकारों का मानना है कि भविष्य में भारत को दोहरे मोर्चे पर सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि वायुसेना और थलसेना दोनों मजबूत हों। ...