आठ MI- 17 हेलीकॉप्टरों ने छह दिनों में 404 उड़ानें भरीं, बस्तर में मतदान कर्मियों की सुरक्षा ऐसे की गई सुनिश्चित
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 11, 2023 12:24 PM2023-11-11T12:24:58+5:302023-11-11T12:26:31+5:30
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के दौरान नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में मतदान दलों को तैनात करने और उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारतीय वायु सेना के आठ एमआई—17 हेलीकॉप्टरों ने छह दिनों में 404 उड़ानें भरीं।
Chhattisgarh Assembly Elections 2023: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के दौरान नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में मतदान दलों को तैनात करने और उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारतीय वायु सेना के आठ एमआई—17 हेलीकॉप्टरों ने छह दिनों में 404 उड़ानें भरीं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी के मुताबिक, बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार की घोषणा और कुछ नक्सली घटनाओं को छोड़कर आमतौर मतदान शांतिपूर्ण रहा, जिसमें वायुसेना ने बड़ी भूमिका निभाई।
बस्तर संभाग के 12 विधानसभा क्षेत्रों समेत 20 सीटों पर सात नवंबर को मतदान हुआ। अन्य 70 सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होगा। पहले चरण में 78 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने शुक्रवार को 'एक्स' पर बताया, "सभी चुनौतियों को पार करते हुए, भारतीय वायु सेना ने आठ एमआई 17 के साथ 404 उड़ानें भरी, 853 मतदान दल के सदस्यों को 43 स्थानों से सुरक्षित रूप से पहुंचाया, जिससे कठिन वामपंथी प्रभावित क्षेत्र में एक सफल चुनावी प्रक्रिया संभव हो सकी। भारतीय वायु सेना को सलाम।"
बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि सात नवंबर को हुए पहले चरण के मतदान के लिए चार से छह नवंबर तक बस्तर संभाग के पांच जिलों सुकमा, बीजापुर, कांकेर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर के 156 मतदान केंद्रों के लिए 860 से अधिक मतदान दल के सदस्यों को एमआई-17 हेलीकॉप्टर के माध्यम से भेजा गया था। सुंदरराज ने बताया कि मतदान समाप्त होने के बाद क्रमबद्ध तरीके से अगले तीन दिनों में सभी पीठासीन अधिकारियों, ईव्हीएम मशीन तथा मतदान दल के सभी सदस्यों को संबंधित जिला मुख्यालय वापस लाया गया। यह प्रक्रिया नौ नवंबर को संपन्न हो गई। उन्होंने बताया कि मतदान कर्मियों को ठहराने के लिए संबंधित सुरक्षा शिविर और अन्य उचित स्थानों में सुरक्षित व्यवस्था प्रशासन, पुलिस और सुरक्षाबलों के अधिकारियों ने की थी। पुलिस महानिरीक्षक ने शांतिपूर्ण मतदान को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए भारतीय वायुसेना के प्रति आभार व्यक्त किया है।
नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के बस्तर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में पूर्व में हेलीकॉप्टरों पर नक्सली गोलीबारी की कई घटनाएं हुई हैं। 2008 के विधानसभा चुनाव में, बीजापुर के पीडिया गांव से वोटिंग मशीनों और कर्मियों के साथ उड़ान भरने के तुरंत बाद नक्सलियों ने भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर पर गोलीबारी की थी। इस हमले में फ्लाइट इंजीनियर सार्जेंट मुस्तफा अली की मौत हो गई थी। हमले में हेलीकॉप्टर को क्षति पहुंचने के बावजूद कप्तान, स्क्वाड्रन लीडर टी.के. चौधरी उड़ान भरने में सफल रहे थे।