राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद 12 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून लागू हो गया है। इस कानून के अनुसार हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के जो सदस्य 31 दिसंबर 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए हैं और जिन्हें अपने देश में धार्मिक उत्पीड़न का सामना पड़ा है, उन्हें गैरकानूनी प्रवासी नहीं माना जाएगा, बल्कि भारतीय नागरिकता दी जाएगी। नागरिकता (संशोधन) विधेयक शीतकालीन सत्र 2019 में राज्यसभा द्वारा और सोमवार को लोकसभा द्वारा पारित किया गया था। इसके पारित होने के बाद से ही पूर्वोत्तर सहित देश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन हो रहे है। कई राजनीतिक संगठन इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच हैं। Read More
शनिवार (22 फरवरी) को शाहीन बाग को लेकर नकवी ने कहा, ''यह अधिकारों और कर्तव्यों के बीच धर्म संकट है, वे (प्रदर्शनकारी) अपने अधिकार समझते हैं लेकिन कर्तव्य नहीं। असंतोष और आम सहमति लोकतंत्र का हिस्सा हैं लेकिन आप सड़क अवरुद्ध करके अपने अधिकारों को प्रा ...
आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भाजपा के कंधे का उपयोग कर राजनीति करता है.उसे सीधे चुनाव लड़ना चाहिए. इसपर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर संघचालक राजेश लोया ने जवाब दिया है. ...
महिला की पहचान अरुद्रा के रूप में हुई है। पुलिस उपायुक्त चेतन सिंह राठौड़ ने कहा, ‘‘हमने स्वत: संज्ञान लेते हुए लोगों के विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता पैदा करने के संबंध में मामला दर्ज किया है।’’ ...
शिवसेना अध्यक्ष ने कहा कि CAA को लेकर किसी को डरने की जरूरत नहीं है। इसके तहत किसी को देश से निकाला नहीं जा रहा है। प्रधानमंत्री के साथ महाराष्ट्र से जुड़े मुद्दों पर अच्छी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री के साथ सीएए, एनपीआर और एनआरसी पर चर्चा की, किसी को सी ...
बेंगलुरु में ही सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान एक महिला ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे, जिसके खिलाफ शुक्रवार को हिंदू जागरण वेदिके ने प्रदर्शन आयोजित किया था। इसी दौरान ''कश्मीर मुक्ति'', ''दलित मुक्ति'' नारे लिखे पोस्टर हाथ में थामे प्रदर्शन ...
गुरुवार (20 फरवरी) को जामिया समन्वय समिति ने डॉ. कफील की रिहाई की मांग को लेकर दिल्ली के यूपी भवन के बाहर प्रदर्शन किया, जिसे लेकर पुलिस ने सख्त रुख अपनाया। दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। ...