हिंदू मान्यताओं में साल में चार नवरात्रि मनाए जाते हैं। इसमें चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि का बेहद महत्व है। इसके अलावा दो और नवरात्रि भी आते हैं जिन्हें गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। ये गुप्त नवरात्रि माघ महीने के शुक्ल पक्ष और आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष में पड़ते हैं। Read More
नवरात्रि के नौ दिनों के व्रत के बाद आठवें दिन कन्या पूजन का विधान है। जो भक्त मां के नौ दिन का व्रत करते हैं वो नवमी के दिन कन्या पूजन के बाद भी व्रत का पारण करते हैं। ...
शास्त्रों के अनुसार मां ब्रह्मचारिणी को श्वेत रंग बेहद प्रिय है। माता की पूजा के दौरान सफेद रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। मां को सफेद वस्तुएं जैसे शक्कर, मिश्री या पंचामृत का भोग लगाएं। मां ब्रह्मचारिणी का आशीर्वाद पाने के लिए दुर्गा सप्तशती ...
भारतीय दर्शन में पदार्थ को भी चेतना माना गया है. इसलिए कहा गया है कि पदार्थ रूपी शिव से जब शक्ति रूपी ‘ई’ विलोपित हो जाती है तो वह ‘शव’ बन जाता है. ...
शक्ति की उपासना का पर्व चैत्र नवरात्रि आज यानी 13 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं और इसकी समाप्ति 22 अप्रैल को होगी . हिन्दू पंचांग के अनुसार नवरात्रि के साथ ही हिन्दू नववर्ष की शुरुआत भी होगी. वर्ष में दो बार चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि आती है. इसमे ...
नवरात्रि के नौं दिनों तक मां के 9 स्वरूपों शैलपुत्री माता, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. नवरात्रि में मां दुर्गा के स्वरुपों की पूजा अर्चना करने से भक्तों के सभी ...
नवरात्रि का पहला दिन मंगलवार को है. इस दिन सूर्योदय सुबह 5 बजकर 58 मिनट पर होगा. घट स्थापना का शुभ मुहूर्त इसी समय से शुरू हो जाएगा जो 10 बजकर 14 मिनट तक रहेगा. नवरात्रि के पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा की जाती है. ...
नवरात्रि में मां दुर्गा की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है और उनसे जीवन में सुख समृद्धि और शांति की प्रार्थना की जाती है. मां प्रसन्न होकर अपने भक्तों पर अपनी कृपा बनाए रखती हैं ...