Kanya Pujan 2021: इन 10 समानों के बिना नहीं कर पाएंगे कन्या पूजन, जानें कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त और सही विधि

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 14, 2021 05:47 PM2021-04-14T17:47:48+5:302021-04-14T17:48:17+5:30

नवरात्रि के नौ दिनों के व्रत के बाद आठवें दिन कन्या पूजन का विधान है। जो भक्त मां के नौ दिन का व्रत करते हैं वो नवमी के दिन कन्या पूजन के बाद भी व्रत का पारण करते हैं।

Kanya Pujan 2021 Shubh Muhurat | Kanya Pujan 2021: इन 10 समानों के बिना नहीं कर पाएंगे कन्या पूजन, जानें कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त और सही विधि

Kanya Pujan 2021: इन 10 समानों के बिना नहीं कर पाएंगे कन्या पूजन, जानें कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त और सही विधि

नवरात्रि का महीना हिन्दू धर्म में बेहद शुभ माना जाता है. नवरात्रों में कन्या पूजन का सबसे ज्यादा महत्व होता है.  महानवमी और महाअष्टमी के दिन भक्त कन्याओं का पूजन करते हैं. नवरात्रि में नौ दिन मां की उपासना करने के बाद लोग देवी स्वरूप छोटी कन्याओं को भोजन कराते हैं.  माना जाता है कि मां दुर्गा होम और दान से उतनी प्रसन्न नहीं होती जितनी कन्याओं की सेवा से प्रसन्न होती हैं. 

नवरात्रि के नौ दिनों के व्रत के बाद आठवें दिन कन्या पूजन का विधान है। जो भक्त मां के नौ दिन का व्रत करते हैं वो नवमी के दिन कन्या पूजन के बाद भी व्रत का पारण करते हैं। वैसे शास्त्रों के अनुसार अष्टमी का दिन कन्याओं के पूजन के लिए सबसे शुभ बताया जाता है। कन्या पूजन से हर तरह के विघ्न और वास्तु दोष का नाश होता है। कन्या पूजन करने के लिए भी कुछ विशेष सामग्री की जरूरत होती है।

जानें कब है अष्टमी और नवमी पूजन

चैत्र नवरात्रि 2021 की सप्तमी तिथि 19 अप्रैल 2021 दिन सोमवार को मध्य रात्रि 12 बजकर 01 मिनट तक है. इसके बाद अष्टमी तिथि शुरू हो जायेगी. जो कि 20 अप्रैल को पूरे दिन रहेगी. अष्टमी तिथि 21 अप्रैल को मध्यरात्रि 12 बजकर 35 मिनट तक रहेगी. इसके बाद नवमी तिथि का प्रारंभ होता है. इसलिए अष्टमी व नवमी दोनों ही दिन नवरात्रि व्रत का पारण और कन्या पूजन के लिए पर्याप्त मिल रहहि. इस लिए व्रतधारी के लिए चैत्र नवरात्रि में कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त अष्टमी और नवमी दोनों दिन है. वे बहुत आराम से कन्या का पूजन कर अपने व्रत को पूरा कर व्रत का पारण करें.  

इन सामग्रियों को कन्या पूजन से पहले कर लें एकत्र
1. साफ जल (जिसेस कन्याओं का पैर धुलाना है।)
2. साफ कपड़ा (जिससे कन्याओं का पैर पोंछना है।)
3. रोली (कन्याओं के माथे पर टीका काढ़ने के लिए)
4. कलावा (हाथ में बांधने के लिए)
5. चावल (अक्षत)
6. फूल (आरती के बाद कन्याओं पर चढ़ाने के लिए)
7. चुन्‍नी (कन्याओं को उढ़ाने के लिए)
8. फल (कन्याओं को देने के लिए)
9. मिठाई (कन्याओं के भोग के लिए)
10. भोजन सामग्री

ऐसे करें कन्या पूजन
1. अष्टमी या नवमी के दिन स्नानआदि करके भगवान गणेश और महागौरी की पूजा करें।
2. कन्या पूजन के लिए दो साल से 10 साल तक की कन्याओं को और एक बालक को आमंत्रित करें।
3. जब कन्याएं घर में आएं तो उनके आते ही जयकारा लगाना चाहिए।
4. इसके बाद सभी कन्याओं का पैर खुद अपने हाथों से धुलें और उन्हें पोछें।
5. उनके माथे पर कुमकुम और अक्षत का टीका लगाएं।
6. इसके बाद कन्याओं के हाथ में मौली या कलावा बाधें।
7. एक थाली में घी का दीपक जलाएं और सभी कन्याओं की आरती उतारें।
8. आरती करने के बाद सभी कन्याओं को भोग लगाएं और खाने में पूरी, चना और हलवा जरूर खिलाएं।
9. भोजन के बात अपनी सामर्थ अनुसार उन्हें भेंट दें।
10. आखिरी में कन्याओं का पैर छूकर उनसे आशीर्वाद जरूर लें और उन्हें विदा करें।


 

Web Title: Kanya Pujan 2021 Shubh Muhurat

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