Chaitra Navratri 2021: आज से शुरू हो रही है चैत्र नवरात्रि, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 13, 2021 07:18 AM2021-04-13T07:18:58+5:302021-04-13T07:19:28+5:30

नवरात्रि के नौं दिनों तक मां के 9 स्वरूपों शैलपुत्री माता, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है.  नवरात्रि में मां दुर्गा के स्वरुपों की पूजा अर्चना करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और उनके जीवन में खुशहाली आती है.

Chaitra Navratri 2021 Date, Puja Vidhi, Ghatasthapana shubh muhurat all details | Chaitra Navratri 2021: आज से शुरू हो रही है चैत्र नवरात्रि, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 13 अप्रैल से

Highlightsचैत्र नवरात्रि की शुरुआत 13 अप्रैल (मंगलवार) से हो रही हैनवरात्रि में शक्ति की देवी मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा का विधान हैइस बार चैत्र नवरात्रि पर घटस्थापना मुहूर्त 13 अप्रैल को सुबह 10.14 बजे तक है

चैत्र नवरात्रि आज यानी 13 अप्रैल, दिन मंगलवार से शुरू हो रहे हैं. नवरात्रि का त्योहार नौ दिनों तक देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है. नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है.

मान्यता है कि नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा  की विधि-विधान से पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं नवरात्रि के इस पावन मौके पर जानिए इस त्योहार से जुड़ी खास बातें

चैत्र नवरात्रि: घटस्थापना शुभ मुहूर्त

घटस्थापना मुहूर्त – 13 अप्रैल सुबह 05:58 से 10:14 तक
घटस्थापना काअभिजीत मुहूर्त – सुबह 11:56  से दोहपर 12:47 तक

चैत्र नवरात्रि: घटस्थापना का महत्व

घटस्थापना से ही नवरात्रि की पूजा का विधिवत आरंभ माना जाता है. नवरात्रि में घटस्थापना का विशेष महत्व होता है. सनातन धर्म की मानें तो, किसी भी शुभ कार्य के लिए कलश स्थापना करना शुभ माना जाता है और इसी कलश को शास्त्रों में भगवान गणेश की संज्ञा दी गई है.

नवरात्रि घटस्थापना विधि

नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि पर सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें
पूरे घर की साफ-सफाई करके ईशान कोण में एक लकड़ी की चौकी बिछाएं
इसके बाद एक मिट्टी का चौड़े मुंह वाला बर्तन लेकर उसमें मिट्टी रखें
मिट्टी के पात्र में थोड़ा सा पानी डालकर मिट्टी गिली करके उसमें जौं बो दें
अब उसके ऊपर एक मिट्टी का कलश या फिर पीतल के कलश में जल भरें और उसके ऊपरी भाग (गर्दन) में कलावा बांधें
कलश में एक बताशा, पूजा की सुपारी, लौंग का जोड़ा और एक सिक्का डालें
अब कलश के ऊपर आम या अशोक के पत्तें लगाएं
एक जटा वाला नारियल लेकर उसके ऊपर लाल कपड़ा लपेटकर मौली बांधकर कलश के ऊपर रख दें
इसके बाद सबसे पहले गणपति वंदन करें और कलश पर स्वास्तिक बनाएं
घटस्थापना पूरी होने के पश्चात मां दुर्गा का आह्वान करते हुए विधि-विधान से माता शैलपुत्री का पूजन करें

पंचांग के अनुसार 13 अप्रैल मंगलवार को चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा की तिथि से नवरात्रि का पर्व शुभारंभ होगा. नवमी की तिथि 21 अप्रैल को पड़ेगी. वहीं नवरात्रि व्रत पारण 22 अप्रैल दशमी की तिथि को किया जाएगा.नवरात्रि के नौं दिनों तक मां के 9 स्वरूपों शैलपुत्री माता, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है.  नवरात्रि में मां दुर्गा के स्वरुपों की पूजा अर्चना करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और उनके जीवन में खुशहाली आती है.
 
नवरात्रि में जानें किस दिन कौन-सी देवी की होगी पूजा-

पहला दिन: 13 अप्रैल 2021, मां शैलपुत्री की पूजा
दूसरा दिन: 14 अप्रैल 2021, मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
तीसरा दिन: 15 अप्रैल 2021, मां चंद्रघंटा की पूजा
चौथा दिन: 16 अप्रैल 2021, मां कूष्मांडा की पूजा
पांचवां दिन: 17 अप्रैल 2021, मां स्कंदमाता की पूजा
छठा दिन: 18 अप्रैल 2021, मां कात्यायनी की पूजा
सातवां दिन: 19 अप्रैल 2021, मां कालरात्रि की पूजा
आठवां दिन: 20 अप्रैल 2021, मां महागौरी की की पूजा
नौवां दिन: 21 अप्रैल 2021, मां सिद्धिदात्री की पूजा
दसवां दिन: 22 अप्रैल 2021, व्रत पारण

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