PM Narendra Modi:सरकार ने 27 जनवरी को नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के चार धड़ों, ऑल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन और एक नागरिक संस्था के साथ बोडो समझौते पर हस्ताक्षर किया था। ...
प्रधानमंत्री मोदी 7 फरवरी, 2020 को बोडो समझौते को लेकर कोकराझार में होने वाले समारोह में शिरकत करेंगे। इस मौके पर मोदी बोडो समझौते के बारे में लोगों को संबोधित करेंगे। समझौते पर 27 जनवरी, 2020 को नई दिल्ली में हस्ताक्षर किए गए थे। ...
केंद्र सरकार, असम सरकार और विभिन्न बोडो उग्रवादी गुटों के बीच दिल्ली में 27 जनवरी को हुए हस्ताक्षर कई बिंदुओं से महत्वपूर्ण हैं. उनमें सबसे ज्यादा मार्के की बात है सिर्फ हिंसा पर भरोसा करनेवाले विभिन्न बोडो गुटों से शांति व अहिंसा के पुजारी महात्मा ग ...
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘कल मैं असम में दौरे को लेकर उत्सुक हूं। मैं एक जनसभा को संबोधित करने के लिए कोकराझार में रहूंगा। हम बोडो समझौते पर सफलतापूर्वक हस्ताक्षर किये जाने का जश्न मनाएंगे जिससे दशकों की समस्या का अंत होगा। यह शांति और प्रगति के नये ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सवाल कि क्या आंध्र प्रदेश के विभाजन से पहले किसी से पूछा गया था? उन्होंने कहा कि सदन में आंध्रप्रदेश पुनर्गठन विधेयक किस तरह पारित किया गया था यह सबको पता है। मोदी ने पूर्वोत्तर का जिक्र करते हुए कहा ‘‘ पूर्वोत्तर में आज ...
एनडीएफबी-प्रोग्रेसिव गुट के 836, एनडीएफबी-रंजन डैमरी गुट के 579, और एनडीएफबी (एस) के 200 सदस्यों का मुख्यधारा में स्वागत करते हुए सोनोवाल ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि इस कदम से अन्य गुटों को भी हथियार त्यागने और एक साथ मिलकर “टीम असम” के लिए काम कर ...
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह बहुत निराशाजनक है कि भारत में केंद्रीय बजट को जितना महत्व दिया जाता है उतना राज्यों के बजट को कभी नहीं दिया जाता है, जबकि केन्द्रीय परियोजनाओं को जमीन पर उतारने का काम राज्यों में ही होता हे। ...