आर्टिकल 370 के प्रावधान के तहत जम्मू कश्मीर को विशेषाधिकार दिए जाते हैं। इसके अनुसार भारतीय संसद द्वारा पारित कोई भी प्रस्ताव, नियम या नीति में बदलाव जम्मू कश्मीर पर लागू नहीं होता। जम्मू कश्मीर राज्य का अपना संविधान और झंडा है। देश में घोषित आपातकाल या आर्थिक आपातकाल कश्मीर में लागू नहीं होता। भारत की संसद जम्मू कश्मीर की विधानसभा भंग नहीं कर सकती। अनुसूचित जाति और अनिसूचित जनजाति सम्बंधी नियम जम्मू कश्मीर में लागू नहीं होते। Read More
पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने और उसे दो केन्द्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के केंद्र सरकार के पांच अगस्त के फैसले के बाद शाह को हिरासत में लिया गया था। ...
अब्दुल्ला ने निजी लेटरहेड पर अपने आवास को ‘‘उप जेल’’ बताया है। अब्दुल्ला पांच अगस्त के बाद से नजरबंद हैं और बाद में 17 सितंबर को उनपर सख्त लोक सुरक्षा कानून (पीएसए) लगाया गया। फिलहाल, वह गुपकर के अपने आवास पर हैं जिसे उप जेल घोषित किया गया है। ...
आधिकारिक आदेश में कहा गया कि 1975 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और वामपंथ कट्टरवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित राज्यों के बारे में मंत्रालय को सुरक्षा संबंधी मामलों पर सलाह देंगे। ...
2018 में जम्मू कश्मीर की जेलों में 2728 कैदी थे जबकि हरियाणा की जेलों में 41 लोग बंद थे। इन कैदियों में वे लोग भी शामिल हैं जिन्हें पांच अगस्त को केंद्र द्वारा जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद हिरासत में लिया गया था। ...
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा, ‘‘हाल के फैसलों (अनुच्छेद 370 को समाप्त करना) से जम्मू-कश्मीर में सकारात्मक प्रगति हुई है लेकिन देश विरोधी ताकतें कश्मीर घाटी में अशांति पैदा करना चाहती हैं।’’ ...
जम्मू-कश्मीर से हरियाणा में आने वाली यह पहली दुल्हन होगी। भाजपा विधायक बड़ौली के बेटे संदीप ने सोनीपत जिले में मुरथल की दीनबंधु छोटूराम विज्ञान व प्रौद्योगिकी यूनिविर्सटी से बीटेक किया है। उस समय जम्मू-कश्मीर के बंतलाब की रहने वाली सिरीसा रैना भी उसक ...
आर्थिक मंदी के मामले में जावड़ेकर ने कहा कि वैश्विक मंदी का थोड़ा असर भारत पर भी होना स्वाभाविक है लेकिन आर्थिक मोर्चे पर बैंकों के विलय, बैंकिग क्षेत्र को 70 हजार करोड़ रुपये की सहायता और कार्पोरेट कर में कमी जैसे मोदी सरकार के बड़े फैसलों के कारण भ ...