नई दिल्ली: आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से दिए अपने भाषण के दौरान 6G की लेकर बड़ा ऐलान किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश जल्द 6G को लाने की तैयारी में है। पीएम ने आगे बताया कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के अलावा, वैश्विक स्तर पर सबसे किफायती मोबाइल डेटा प्लान और इंटरनेट सेवाएं प्रदान करता है।
पीएम मोदी ने कहा कि टास्क फोर्स पहले से ही मौजूद है और भारत 5G से 6G में तेजी से बदलाव करने की दिशा में काम कर रहा है। लाल किले पर अपने स्वतंत्रता भाषण के दौरान उन्होंने कहा, ''हमने 6जी टास्क फोर्स का गठन किया है।'' पीएम मोदी ने आगे बताया कि देश ने 5G का सबसे तेज राष्ट्रव्यापी रोलआउट हासिल किया है।
गौरतलब है कि इसी साल की शुरुआत में पीएम मोदी ने भारत 6जी विजन डॉक्यूमेंट भी जारी किया था, जिसका उद्देश्य 6जी के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास शुरू करना है और नई तकनीक को तेजी से अपनाने में मदद करेगा।
हालांकि, अब सवाल उठता है कि देश में पहले से ही 5जी नेटवर्क है तो फिर 6जी नेटवर्क की क्या जरूरत है और आखिर यह पहले से प्लान से कैसे अलग है? तो चालिए इसका जवाब आपको हम देते हैं अपने इस आर्टिकल के जरिए....
क्या है 6G?
5G नेटवर्क के बाद 6G इसका अगला कदम है और यह और फास्ट तरह से काम करेगा। 6G के आने से इंटरनेट पहले से मौजूद सुपर-फास्ट 5G से 100 गुना तेज हो जाएगा।
जहां 5G प्रति सेकंड 10 गीगाबिट तक की गति तक पहुंच सकता है, वहीं 6G आश्चर्यजनक रूप से 1 टेराबिट प्रति सेकंड तक जा सकता है।
6जी के बारे में पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान विस्तार से बताया कि कैसे यह नेटवर्क वर्क करेगा। उन्होंने कहा कि 6जी के साथ हम दूर से नियंत्रित होने वाली फैक्ट्रियां, अपने आप चलने वाली और एक-दूसरे से बात करने वाली कारें और यहां तक कि पहनने योग्य गैजेट भी देख सकते हैं जो हमारी भावनाओं को समझ सकते हैं। उन्होंने स्थिरता पर भी बहुत ध्यान दिया।
ऐसा कहा गया था कि 6G काफी स्थिरता को सपोर्ट करेगा क्योंकि 6G सपोर्ट करने वाले ज्यादातर डिवाइस बैटरी से चलने वाले होंगे।
5G और 6G में अंतर
6G, 5G से कहीं ज्यादा पावरफुल और तेज स्पीड वाला होने वाला है। 6G में स्पीड के अलावा और भी बहुत कुछ है। 6G अनोखा होने वाला है क्योंकि यह जमीन और आसमान दोनों पर काम कर सकता है, जो 5G के मामले में नहीं है। यह अनगिनत मशीनों और गैजेट्स को एक साथ जोड़ देगा।
स्पीड के मामले में 5जी पहले से ही 4जी एलटीई-एडवांस्ड की तुलना में 10,000 एमबीपीएस तक की सैद्धांतिक गति के साथ एक बड़ा सुधार प्रदान करता है।
मगर 6G चीजों को बहुत आगे ले जाने के लिए तैयार है। दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा जारी 6G विजन दस्तावेज़ के अनुसार 6G 1 टेराबिट प्रति सेकंड तक की गति के साथ अल्ट्रा-लो विलंबता प्रदान करेगा। यह 5G की टॉप स्पीड से लगभग 1,000 गुना ज्यादा है।