दो दिग्गज कंपनियां सैमसंग और वनप्लस ने अपने अधिकतर टेलिविजन को भारत में ही बनाने का निर्णय लिया है। इसके पीछे बड़ी वजह इन कंपनियों को टीवी के मुख्य कंपोनेंट ओपन सेल टीवी पैनल पर भारत में लगने वाली जीरो इंपोर्ट ड्यूटी है।
ईटी की खबर के मुताबिक इन कंपनियों के इस फैसले से इन्हें आने वाले समय में सप्लाई चेन की समस्या से भी नहीं जूझना पड़ेगा। क्योंकि कोरोना के चलते आने वाले समय में टीवी मार्केट भारत में बदल रहा है।
यह फैसला कंपनियों ने 'आत्मनिर्भर भारत' के तहत लिया है। सभी कंपनियां लोकल लेवल पर ही अपने प्रॉडक्शन और सप्लाई चेन को स्थापित करना चाहती हैं।
इससे देश की सबसे बड़ी टेलिविजन कंपनी सैमसंग अब अपने 85 से 90 परसेंट टीवी की बिक्री भारत में ही बनी टीवी की करेगी। टीवी बनाने में सबसे बड़ा खर्च LCD पैनल पर होता है। लगभग 70 परसेंट लागत इसी की होती है।
इंडस्ट्री के तीन सीनियर अधिकारियों ने कहा कि सैमसंग और वनप्लस चाइनीज इलेक्ट्रॉनिक फर्म स्काईवर्थ के साथ मिलकर हैदराबाद में टेलिविजन मैन्युफैक्चरिंग सेट बनाएंगे।
वनप्लस के लिए टीवी बाजार में एंट्री करने के बाद यह पहला मौका होगा जब कंपनी भारत में ही टीवी बनाएगी। वनप्लस ने हाल ही में कहा था कि वह अपने टीवी सेगमेंट को बढ़ाना चाहती है और छोटी साइज वाली टीवी भी लाना चाहती है।
दरअसल साल 2018 में सरकार ने ओपन-सेल टीवी पैनल पर इंपोर्ट ड्यूटी लगा दी थी। इसी वजह से सैमसंग ने देश में अपना टीवी प्रॉडक्शन रोक दिया था और कंपनी ने वियतनाम से तैयार टीवी मंगाना शुरू कर दिया था। क्योंकि वहां से आयात की गई टीवी पर जीरो ड्यूटी थी।
अब जब सरकार ने ओपन सेल पैनल पर इंपोर्ट ड्यूटी जीरो कर दिया है तो सैमसंग और वनप्लस ने भारत में टीवी बनाने का फैसला किया है।