कैलाश मानसरोवर की कठोर यात्रा से जुड़ी 10 रोचक बातें, जहां जा रहे हैं राहुल गांधी

By गुलनीत कौर | Published: August 31, 2018 05:01 PM2018-08-31T17:01:03+5:302018-08-31T17:01:03+5:30

महाराज मान्धाता ने सबसे पहले मानसरोवर झील की खोज की थी। उन्होंने इस झील के किनारे बैठ कई वर्षों तक तपस्या भी की थी।

Rahul Gandhi on Kailash Mansarovar Yatra, 10 facts about mysterious place Kailash Mansarovar | कैलाश मानसरोवर की कठोर यात्रा से जुड़ी 10 रोचक बातें, जहां जा रहे हैं राहुल गांधी

कैलाश मानसरोवर की कठोर यात्रा से जुड़ी 10 रोचक बातें

हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार भगवान शिव स्वयं कैलाश पर्वत पर अपने परिवार सहित निवास करते हैं।  और इसी विशाल पर्वत के निकट स्थित मानसरोवर को लेकर ऐसी मान्यता है कि यहां की हवाओं में भगवान शिव की उपस्थिति का एहसास होता है।  कैलाश पर्वत और मानसरोवर दोनों ही हिन्दू धर्म के तीर्थ स्थल हैं, जहां की यात्रा करना समस्त संसार के तीर्थ स्थलों की यात्रा करने के बराबर माना जाता है।  कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज कैलाश मानसरोवर की यात्रा के लिए भारत से रवाना हुए हैं। 12 सितंबर को भारत लौटेंगे।  आइए जानते हैं कैलाश मानसरोवर से जुड़े कुछ अनजाने तथ्य:


1. कैलाश मानसरोवर संस्कृत के दो शब्दों को मिलाकर बना है - मानस और सरोवर, अर्थात् मन का सरोवर।  इस सरोवर के ठीक पास में 'रकसताल' नाम का सरोवर है।  इन्हीं दो सरोवरों की उत्तरी दिशा में स्थित है विशाल कैलाश पर्वत। 

2. यह विशाल पर्वत समुद्र की सतह से तकरीबन 22 हजार फुट ऊंचा है।  इसी पर्वत की सतह पर कैलाश मानसरोवर झील है जो इसकी धार्मिक महत्ता को दर्शाता है।

3. कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील, दोनों के साथ ही चार धर्म जुड़े हैं - तिब्बती बौद्ध, बौद्ध धर्म, जैन धर्म, हिन्दू धर्म।  तिब्बती मानते हैं कि कैलाश पर्वत पर एक तिब्बती संत ने वर्षं तपस्या की थी। पर्वत पर बनने वाला स्वास्तिक का निशान डेमचौक और दोरजे फांगमो का निवास स्थान है।  

4. वहीं बौद्ध धर्म के अनुयायियों का मानना है कि कैलाश पर्वत पर भगवान बुद्ध तथा मणिपद्मा का निवास है।  जैनियों के मतानुसार यह पर्वत आदिनाथ ऋषभदेव का निर्वाण स्थल है। हिन्दू धर्म के अनुसार कैलाश ब्रह्माण्ड की धुरी है और यह भगवान शिव का निवास स्थान है।

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5. इन चार धर्मों के अलावा सिख धर्म के लोग भी यह मानते हैं कि उनके संस्थापक गुरु नानक ने यहाँ कुछ दिन रूककर तपस्या की थी।  इसलिए उनके लिए भी कैलाश और मानसरोवर, दोनों पवित्र स्थल हैं।

6. कहते हैं कि कैलाश पर्वत की सतह यानी मानसरोवर झील पर प्रकाश तरंगों और ध्वनि तरंगों का अद्भुत संगम होता है।  लोगों ने यहां 'ॐ" की पवित्र ध्वनि का भी एहसास कई बार किया है।  

7. हिन्दू पौराणिक कथा के अनुसार कैलाश पर्वत पर भगवान शिव विराजते हैं और वाही अपनी जटाओं से धरती पर गंगा की धारा को प्रवाहित करते हैं।

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8. हिन्दू पुराणों में ही मानसरोवर झील का जिक्र भी मिलता है जिसके अनुसार यह वही झील है जिसे धार्मिक ग्रंथों में 'क्षीर सागर' के नाम से जाना जाता है। इसी क्षीर सागर का मंथन कर देवताओं ने मूल्यवान वस्तुओं और 'अमृत' को पाया था। इसी क्षीर सागर को भगवान विष्णु का अस्थाई निवास भी माना जाता है। पुराणों के अनुसार हिंद महासागर उनका स्थाई निवास है।

9. मान्यता अनुसार महाराज मान्धाता ने सबसे पहले मानसरोवर झील की खोज की थी। उन्होंने इस झील के किनारे बैठ कई वर्षों तक तपस्या भी की थी।  

10. बौद्ध धर्म के अनुयायी यह मानते हैं कि इस झील के बीचोबीच एक रहस्यमयी वृक्ष है, जिसके फलों में चमत्कारी औषधीय गुण हैं। इन फलों का सेवन कर बड़ी से बड़ी बीमारी का नाश हो जाता है।  

English summary :
According to Hindu religion, Lord Shiva resides with his family on Kailash mountain. And there is a belief about Manasarovar, near Kailash mountain, that Lord Shiva presence can be felt in the winds. Both Kailash mountain and Mansarovar are the pilgrimage site of Hinduism. Congress President Rahul Gandhi today left India to visit Kailash Mansarovar. Here are some lesser known facts related to Kailash Mansarovar.


Web Title: Rahul Gandhi on Kailash Mansarovar Yatra, 10 facts about mysterious place Kailash Mansarovar

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