बकरा ईद, बकरीद, ईद-उल-अजहा या ईद-उल जुहा इस्लाम कैलेंडर में दूसरा सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे दुनिया भर के मुस्लिम मनाते हैं। इस बार बकरीद का त्योहार 22 अगस्त को है। इस्लामिक मान्यता के अनुसार हजरत इब्राहिम अपने बेटे हजरत इस्माइल को इसी दिन खुदा के हुक्म पर खुदा की राह में कुर्बान करने जा रहे थे। तब अल्लाह ने उनके नेक जज्बे को देखते हुए उनके बेटे को जीवनदान दे दिया। यह पर्व इसी की याद में मनाया जाता है। इसके बाद अल्लाह के हुक्म पर इंसानों की नहीं जानवरों की कुर्बानी देने का इस्लामिक कानून शुरू हो गया। आमतौर पर बलि किए हुए पशु को एक परिवार द्वारा पकाया जाता है और तीन भागों में विभाजित किया जाता है। इसका एक हिस्सा गरीबों को दिया जाता है, दूसरा परिजनों और रिश्तेदारों को और तीसरा हिस्सा अपने घर के लिए होता है।
22 अगस्त को मनाई जाने वाली बकरीद को लेकर बकरा बाजार गर्म है। पिछले कुछ एक महीने से दिल्ली की जामा मस्जिद और बरेली की ईदगाह की सहित देश के कई राज्यों में बकरों की जमकर खरीद फरोख्त हो रही है। बाजारों में जोर-शोर से बकरों की खरीदारी चल रही है। बकरीद पर कुर्बानी के बाजार में एक से बढ़कर एक नस्ल के बकरे मौजूद हैं।
बिक रहे हैं कई नस्ल के बकरेदिल्ली स्थित गाजीपुर बकरा मंडी में बकरे बेच रहे फहीम अहमद बताते हैं कि बकरीद पर दी जाने वाली कुर्बानी के लिए आमतौर पर बरबरा, जमनापारी, तोतापरी, सिरोही नस्ल के बकरे खासे उम्दा माने जाते हैं। देश ही नहीं अरब देशों के लिए होने वाली बकरों की खरीदारी भी ज्यादातर इन्हीं चार नस्ल पर निर्भर होती है।
देहरादून में कालू बकरे की कीमत 1 लाख 25 हजार रुपयेदेहरादून में बस अड्डे के पास लगे बकरा बाजार में पहुंचे राकेश कुमार का सुल्तान (बकरा) 50 हजार में बिका। सुल्तान अमृतसरी नस्ल का बकरा था। वहीं राकेश ने कालू और लालू की कीमत एक लाख 25 हजार रुपये रखी है। इसके अलावा बाजार में 10 से लेकर 90 हजार रुपये की कीमत के बकरे हैं। यहां 10 से 90 हजार रुपये तक के बकरे भी हैं। आम तौर पर कुर्बानी के लिए लोग 12 से 15 हजार रुपये तक के बकरे खरीदते हैं।
दिल्ली में 1.60 लाख रुपये के बिक रहे हैं बकरे दिल्ली की जामा मस्जिद में बरबरा नस्ल के बकरे 1.60 लाख रुपये तक बिक रहे हैं। इस बकरे हाइट दो से ढाई फुट तक होती है। हाइट ज्यादा न होने से खूब मोटा ताजी दिखता है। एक साल की उम्र में ये कुर्बानी के लिए तैयार हो जाता है। इस बकरे के रेट कम से कम 10 हजार रुपये से शुरु होते हैं। रविवार को ही आगरा के बाजार में इसी नस्ल के तीन बकरे 1.60 लाख रुपये के बिके हैं।
जमशेदपुर में 1.25 लाख बिका सलमानसलमान की कीमत डेढ़ लाख रुपये लगी थी। लेकिन, वो सवा लाख रुपये में बिका। जबकि, 1.25 लाख रुपये कीमत का बगदादी एक लाख 10 हजार रुपये में बिका। इसके अलावा, कपाली का सुल्तान 75 हजार में और मानगो का आमिर 65 हजार में बिका। ये सब बकरों के नाम है जिनकी टेल्को और साकची के आमबगान मंडी में बोली लगी।
फरीदाबाद 1.20 लाख रुपये है बकरे की कीमत मंडी में स्पेशल बकरे दुंबा को खरीदने को लेकर होड़ मच रही है। इसे खरीदने के लिए लोगों ने 65 हजार रुपये तक की बोली लगई, लेकिन बकरे के मालिक हाजी मोहम्मद रईस कुरैशी इसे 1.20 लाख से कम में बेचने के लिए तैयार नहीं हैं। बकरे का ट्रीटमेंट भी आलीशान है। इसे खाने के लिए दालें, चने व पीने के लिए दूध दिया जाता है। इतना ही नहीं दुंबा को बकायदा एसी कमरे में रखा जाता है। दुंबा के अलावा बाजार में हीरा व भूरा भी पहुंचे, जिनकी कीमत 65 हजार रुपये थी।