लाइव न्यूज़ :

जब नायडू ने छाया वर्मा से कहा-कहां हैं? सर, मैं श्रीमती छाया वर्मा, लोकसभा गैलरी से बोल रही हूं

By भाषा | Updated: September 15, 2020 16:56 IST

मंगलवार को सुबह राज्‍यसभा में शून्यकाल के दौरान सभापति नायडू ने छाया वर्मा का नाम लिया ताकि वह अपना मुद्दा उठा सकें। नायडू ने फिर पूछा- ‘‘छाया जी, कहां हैं?’’ इस पर छाया वर्मा ने कहा, ‘‘ सर, मैं श्रीमती छाया वर्मा, लोकसभा गैलरी से बोल रही हूं। वैसे मैं राज्‍यसभा की सदस्‍य हूं।’’

Open in App
ठळक मुद्देनायडू ने लोकसभा गैलरी में बैठीं कांग्रेस सदस्य छाया वर्मा से कहा कि उन्होंने सदस्य की पदावनति नहीं की है।गुलाम नबी आजाद जी, आनंद शर्मा जी और और (जयराम) रमेश जी ने मिलकर किया है। मगर यह आपके डिमोशन (पदावनति) यानी निचले सदन (लोकसभा) में भेजने के लिए नहीं है।

नई दिल्लीः राज्यसभा के सदस्य मंगलवार को उस समय अपनी हंसी नहीं रोक सके जब सभापति एम वेंकैया नायडू ने लोकसभा गैलरी में बैठीं कांग्रेस सदस्य छाया वर्मा से कहा कि उन्होंने सदस्य की पदावनति नहीं की है।

मंगलवार को सुबह राज्‍यसभा में शून्यकाल के दौरान सभापति नायडू ने छाया वर्मा का नाम लिया ताकि वह अपना मुद्दा उठा सकें। नायडू ने फिर पूछा- ‘‘छाया जी, कहां हैं?’’ इस पर छाया वर्मा ने कहा, ‘‘ सर, मैं श्रीमती छाया वर्मा, लोकसभा गैलरी से बोल रही हूं। वैसे मैं राज्‍यसभा की सदस्‍य हूं।’’

इसके बाद छाया वर्मा ने मनरेगा को लेकर अपनी बात रखी। जब उनकी बात पूरी हो गयी तो नायडू ने कहा, "सदस्‍यों को कहीं भी बैठने के लिए मैंने अनुमति दी है। मगर यह आपके डिमोशन (पदावनति) यानी निचले सदन (लोकसभा) में भेजने के लिए नहीं है। यह गुलाम नबी आजाद जी, आनंद शर्मा जी और और (जयराम) रमेश जी ने मिलकर किया है। मैं इसके लिए जिम्‍मेदार नहीं हूं।’’ इस पर सदस्य अपनी हंसी नहीं रोक सके।

लोकसभा में बसपा सदस्य ने उत्तर प्रदेश को चार हिस्सों में बांटने की मांग उठाई

लोकसभा में मंगलवार को उत्तर प्रदेश को चार हिस्सों में बांटने की मांग उठाते हुए बहुजन समाज पार्टी के एक सदस्य ने कहा कि इससे न सिर्फ खुशहाली आएगी बल्कि दलित व पिछड़ों को भी मुख्यमंत्री बनने का मौका मिलेगा। बसपा के मलूक नागर ने शून्य काल के दौरान इस विषय को उठाते हुए कहा कि 2012 के विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटने के लिए एक प्रस्ताव पारित कराकर केंद्र सरकार को भेजा था।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस दिशा में ध्यान देना चाहिए। नागर ने कहा कि राज्य के बंटवारे से दलितों और अकलियतों के लिए कई रास्ते खुलेंगे। उन्होंने कहा कि इससे लोगों में खुशहाली आएगी और उच्च न्यायालयों जैसी अन्य सुविधाएं भी मिल सकेंगी।

बसपा प्रमुख और तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने 2012 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तर प्रदेश को चार राज्यों पूर्वांचल, बुंदेलखण्ड, पश्चिम प्रदेश और अवध प्रदेश में बांटने का प्रस्ताव पारित कराकर केन्द्र के पास भेजा था। हालांकि कुछ ही महीने बाद प्रदेश में सपा की सरकार बनने के बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। 

टॅग्स :संसद मॉनसून सत्रएम. वेकैंया नायडूकांग्रेसभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

भारतMCD Bypoll Results 2025: दिल्ली के सभी 12 वार्डों के रिजल्ट अनाउंस, 7 पर बीजेपी, 3 पर AAP, कांग्रेस ने 1 वार्ड जीता

भारतMCD by-elections Result: BJP ने चांदनी चौक और शालीमार बाग बी में मारी बाजी, कांग्रेस ने जीता संगम विहार ए वार्ड

भारतबिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद पार्टी के अंदर एक बार फिर शुरू हो गया है 'एकला चलो' की रणनीति पर गंभीर मंथन

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा